रविवार, 21 मार्च 2010

यूँ रहें स्वस्थ

गर्भावस्था के दौरान कसरत
तेज गति से चलना, तैरना, स्ट्रेचिंग करना आपके लिए फायदेमंद होगा। इसी तरह साइकलिंग भी बहुत बढ़िया कसरत है। जैसे-जैसे आप गर्भकाल में फैलती जाती हैं वैसे-वैसे आप अपने शरीर के मुताबिक साइकल के हैंडल और सीट की ऊँचाई में परिवर्तन कर सकती हैं।
भारत में आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान महिला से सारे घरेलू काम कराए जाते हैं, लेकिन उसे नियमित कसरत करने के लिए प्रेरित नहीं किया जाता। गर्भावस्था में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि वैज्ञानिक आधार पर तय की गए कसरत करें न कि घरेलू कामकाज को ही कसरत का विकल्प मान लें।
गर्भावस्था के दौरान आपसे कोई उम्मीद नहीं करता कि आप ओलिंपिक रनर की तरह चुस्त-दुरुस्त रहें, लेकिन इतनी स्वस्थ तो रहें कि दो मंजिल के मकान में आसानी से सीढ़ियाँ चढ़-उतर सकें। आसानी से वजन उठा सकें मसलन सोते हुए बच्चे को गोद में उठा सकें। गर्भवती महिला का वजन गर्भकाल में निरंतर बढ़ता रहता है। जाहिर है कि पूरे गर्भकाल में जब तक आप बच्चे को जन्म नहीं देतीं तब तक आपके शरीर की मांसपेशियाँ तनावग्रस्त रहेंगी एवं उन्हें अतिरिक्त काम करना पड़ेगा। इसके लिए जरूरी है कि आप जचगी में जाने से पहले कसरत करके पर्याप्त दमखम अर्जित कर लें।
कसरतों से आपको ये फायदे होंगे
1. कब्ज नहीं होगी।
2. पीठ दर्द नहीं होगा।
3. थकान नहीं होगी।
4.वैरीकोज वैन्स की समस्या नहीं होगी।
5. रक्तसंचार की समस्या नहीं रहेगी।
ये कसरत आपके लिए मुफीद हैं
तेज गति से चलना, तैरना, स्ट्रेचिंग करना आपके लिए फायदेमंद होगा। इसी तरह साइकलिंग भी बहुत बढ़िया कसरत है। जैसे-जैसे आप गर्भकाल में फैलती जाती हैं वैसे-वैसे आप अपने शरीर के मुताबिक साइकल के हैंडल और सीट की ऊँचाई में परिवर्तन कर सकती हैं। यह ध्यान रखें कि आप यह कसरत एक्सरसाइज बाइसिकल पर ही करें। सड़क पर साइकल चलाने में जोखिम यह है कि आप दुर्घटना की शिकार भी हो सकती हैं। यदि आप गर्भावस्था से पहले ही कसरत करती आ रही हैं तो ट्रेनर से आगे की कसरतों के लिए सलाह ले सकती हैं।
जलक्रीड़ा जरूर करें
जलक्रीड़ा के लिए नदी-नाले या तलाब में डुबकियाँ लगाने की जरूरत नहीं है। जो सक्षम हैं वे बाथटब में कसरत कर सकती हैं। दरअसल पानी में कसरत करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है। जलक्रीड़ा करने वाली गर्भवती महिला को गर्भकाल के अंतिम दौर में होने वाला पीठदर्द नहीं होता। पानी में शरीर के भार का बोझ नहीं लगता। महिला पानी में ज्यादा आरामदायक स्थिति में रह सकती है।
क्या न करें
कसरतों के नाम पर ऐसे खेलों से बचें जिनमें आपको गिरने या दूसरों से टकराने का जोखिम हो। मसलन बास्केटबॉल खेलना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इसी तरह गर्भावस्था में गोताखोरी घातक सिद्ध हो सकती है। एरोबिक्स या उछल-कूद जैसी कसरतें भी आपके लिए तकलीफदायक हो सकती हैं। योग की ऐसी मुद्राएँ जिनसे आपको तकलीफ होने लगे उनसे बचना चाहिए। दौड़-भाग करने से आपके जोड़ों पर विपरीत असर हो सकता है क्योंकि गर्भावस्था में ऐसे हारमोंस निकलते हैं जिनसे जोड़ और लिगामेंट्स ढीले पड़ जाते हैं।
चेतावनी : आलेख में वर्णित टिप्स अपनाने से पूर्व अपने नीजि चिकित्सक की सलाह अवश्य लें क्योंकि व्यक्तिगत रूप से हर महिला की शारीरिक स्थिति भिन्न होती है। उपरोक्त बातें हर गर्भवती महिला के लिए अपनाई जा सके यह आवश्यक नहीं है।

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