रविवार, 21 मार्च 2010

फैशन

फैशन पर चढ़ता धर्म का रंग
लुभा रही है धार्मिक टच की एसेसरीज
युवाओं के लिए भक्ति भाव दूर की कौड़ी है लेकिन एक मीडियम है जो आधुनिक युवाओं का रिलेशन, रिलीजन से जोड़ने में काफी मददगार हो रहा है। वह है फैशन। आधुनिक लाइफ स्टाइल के रंग में रंगे किशोर-किशोरियों को अपने रंग-बिरंगे परिधानों से लेकर अपने हैंडबैग, इयररिंग्स, ब्रेसलेट, पेंडेंट, लॉकेट जैसे एसेसरीज में धार्मिक चीजें पहनना खूब भा रहा है।
युवाओं के इस एटिट्यूड को ध्यान में रखकर आशिमा-लीना, रुचिका मोदी, रितु बेरी, सुनील मेहरा जैसे डिजाइनर भी धार्मिक रंगों में रंगे फैशन प्रोडक्ट को प्रायोरिटी दे रहे हैं। सुनील मेहरा का मानना है कि किशोरों में रिलीजियस सिम्बॉल वाले एसेसरीज को लेकर आजकल बहुत पॉजिटीव भाव हैं। ऐसी ड्रेसेस व एसेसरीज एक साथ सोबर और बिंदास, आर्टिस्टिक और फैशनेबल होते हैं।
किशोरों के लिए बाजार में ओम्‌, हरे रामा-हरे कृष्णा, जय हनुमान, ओम्‌ नमः शिवाय तथा श्लोक, दोहे व मंत्र लिखे परिधान व एसेसरीज मौजूद हैं। इसके साथ ही चीनी, जापानी, थाई व तिब्बती संस्कृति से जुड़ी वर्णमाला, धार्मिक प्रतीक व चित्र भी काफी मात्रा में मौजूद हैं। ऐसे परिधानों में टीशर्ट, टॉप, लंबे व छोटे कुरते, टॉप, स्कर्ट, कोट आदि प्रमुख हैं।
ऐसे परिधानों का रंग भी धार्मिक टच लिए होता है। इनमें गेरुआ, पीला, सफेद, नारंगी, नीला जैसे रंग अधिक चलन में हैं। फैब्रिक ज्यादातर सूती या खादी का होता है। करोड़ीमल कॉलेज के छात्र अमित सिंह का कहना है कि उन्हें स्कूल के दिनों में भी ऐसे परिधान पहनना बहुत पसंद था लेकिन ज्यादातर समय स्कूल ड्रेस में होने के कारण वह अपनी मनचाही शॉपिंग नहीं कर पाता था। ऐसे परिधान ही क्यों पसंद हैं? इस पर उनका कहना है कि ऐसे कपड़े एक तो कंफर्टेबल और अकॉर्डिंग टू ट्रेंड हैं, दूसरे इनके जरिये उनका अपनी कल्चर और हेरिटेज से लगाव बना रहता है।
युवाओं में इनकी लोकप्रियता का कारण इनका हर जेब के लिए मुफीद भी होना है। होता यह है कि कई घरों में बच्चे के बड़े होते ही उन्हें जो पॉकेट मनी मिलता है उनमें से ही उन्हें अपने फैशन के सामान खरीदने की छूट होती है। ऐसे में उन्हें सस्ता तो चाहिए ही। धार्मिक रंगों मे रंगे उत्पाद इसी कारण 100 से लेकर 500 रुपए तक के दायरे में मिल जाते हैं।
हाँ ! ब्राँडेड या फिर नामी डिजाइनरों के कपड़े थोड़े महँगे होते हैं। किशोर परिधान ही नहीं धार्मिक रंग में रंगे तमाम एसेसरीज के भी दीवाने हैं। सूर्य, स्वास्तिक, ओम, हरे रामा-हरे कृष्णा, जीसस लिखे ब्रेसलेट भी इन्हें खूब भाते हैं। इसी तरह भक्ति रस में डूबे पेंडेंट और लॉकेट के भी ये खूब शौकीन हैं।
गार्गी कॉलेज की छात्रा निकिता ने कृष्ण के चरण कमल वाला पेंडेंट और कमल के फूल का थ्री डी वाला इयररिंग्स खरीदा है। वे कहती हैं कि वे स्कूल के दिनों में भी धार्मिक प्रतीक वाले एसेसरीज पहनना पसंद करती थीं। इसी तरह 10 वीं की छात्रा अंजू जैन बताती हैं कि उनकी अधिकांश शॉपिंग घरवाले करते हैं लेकिन उन्हें जब भी मौका मिलता है तो वह धार्मिक प्रतीकों वाले फंकी ज्वेलरी या ब्रेसलेट खरीदती हैं।

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