रविवार, 23 मई 2010

मिर्च-मसाला

क्या बच्चे के लिए शादी करेंगी सुष्मिता?

दो लड़कियों को गोद लेकर माँ बनने का सुख उठाने वाली सुष्मिता सेन अब बच्चे को जन्म देना चाहती हैं। उनकी इस इच्छा से बॉलीवुड में चर्चा चल पड़ी है कि सुष्मिता जल्दी ही शादी कर सकती हैं और ये भी संभव है कि वे बिन ब्याही माँ भी बन जाए।
सुष्मिता 34 की हो गई हैं और इस बात से परिचित हैं कि उम्र के लिहाज से माँ बनने के लिए अब उनके पास ज्यादा समय नहीं है। इसलिए वे जल्दी ही इस दिशा में कदम उठा सकती हैं।
जहाँ तक शादी का सवाल है, तो सुष के प्रेमियों की लंबी लिस्ट है। विक्रम भट्ट और मुदस्सर अजीज के बीच में कई लोग हैं, जिनके साथ उनका रोमांस चला। सुष्मिता के मिजाज को देख यह लिस्ट अभी भी अधूरी लगती है।
इन पुरुषों ने सुष्मिता की जिंदगी में प्रवेश किया, लेकिन किसी में भी सुष्मिता को पति वाली क्वॉलिटी नजर नहीं आई। चूँकि सुष्मिता अब बच्चे को जन्म देना चाहती हैं इसलिए वे शादी कर लें।
दूसरी ओर इस बात की संभावना है कि वे बिन ब्याही माँ भी बन जाए। सुष्मिता उन लोगों में से हैं जिन्होंने कभी लोगों की परवाह नहीं कि और अपने मुताबिक जीवन जिया है।
हम तो यही शुभकामना देंगे कि सुष की इच्छा जल्द से जल्द पूरी हो।

दिल तो बच्चा है जी

‘जेल’ की असफलता के बाद मधुर भंडारकर ने अपनी हार्ड हिटिंग फिल्मों वाला ट्रेक चेंज किया है और उन्होंने हल्की-फुल्की रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म ‘दिल तो बच्चा है जी’ बनाने की घोषणा की है। इसमें अजय देवगन, इमरान हाशमी और ओमी वैद्य नजर आएँगे।
मधुर ने हमेशा ऐसी फिल्में बनाई हैं जो वास्तविकता के निकट होती हैं और सच को उजागर करती हैं। चाहे चाँदनी बार हो, फैशन या पेज थ्री हो। लेकिन पिछली कुछ फिल्मों से लगने लगा था कि मधुर अब टाइप्ड होते जा रहे हैं। शायद इसीलिए इस बार उन्होंने रोमांस और हास्य फिल्मों में हाथ आजमाने की सोची है।
मधुर एक अभिनेत्री की जिंदगी पर भी फिल्म बनाने वाले हैं, जिसमें करीना कपूर को लिए जाने की चर्चा है, लेकिन उसमें काफी शोध किया जाना है, जिसमें समय लगेगा। तब तक एक हल्की-फुल्की फिल्म ही सही।

अजय देवगन : हर किरदार में फिट

प्रकाश झा की नवीनतम फिल्म राजनीति सहित उनकी लगभग तमाम फिल्मों का हिस्सा अजय देवगन रहे हैं और झा के मुताबिक उन्हें इस राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता के साथ काम करके मजा आता है क्योंकि वे हर किरदार में फिट बैठते हैं।
झा ने कहा ‘‘सच में अजय के साथ मुझे और मेरे साथ उन्हें काम करने में मजा आता है। वे न सिर्फ एक पेशेवर कलाकार हैं बल्कि एक अच्छे इंसान भी हैं और उनकी यही खूबी उन्हें औरों से अलग करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम दोनों के बीच एक-दूसरे के लिए बेहतर समझ है। वह कुछ भी कर सकते हैं। कोई आश्चर्य नहीं जब मैं फिल्म लिख रहा होता हूँ तो उसके एक या दो किरदार ऐसे होते हैं, जिनमें अजय एकदम फिट बैठते हैं।’’
1999 से अब तक झा और देवगन ने साथ-साथ कुल चार फिल्मों- ‘दिल क्या करे’(1999), ‘गंगाजल’ (2003), ‘अपहरण’ (2005) और ‘राजनीति’ (2010) में काम किया है।
इस दौरान झा ने सिर्फ एक फिल्म ‘राहुल’ (2001) में देवगन को नहीं लिया। झा ने राहुल में नए चेहरों को मौका दिया था और फिल्म बॉक्स आफिस पर चारों खाने चित्त हो गई।
‘गंगाजल’ और ‘अपहरण’ चर्चित होने के साथ-साथ व्यावसायिक रूप से भी सफल रहीं। यही वजह है कि ‘राजनीति’ में नए-पुराने कई अभिनेताओं को शामिल करने के बावजूद झा ने अजय देवगन के लिए एक खास जगह रखी। फिल्म में नसीरूद्दीन शाह और नाना पाटेकर जैसे मंझे हुए अभिनेताओं के साथ रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ सितारे भी हैं।

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