सोमवार, 11 जनवरी 2010

खेल

आइडिया कप पर श्रीलंका का अधिकार
रैना के शतक पर जयवर्धने का अर्धशतक भारी
मीरपुर, बुधवार, 13 जनवरी FILEमहेला जयवर्धने की नाबाद 71 रनों की पारी की बदौलत श्रीलंका ने आइडिया कप के फाइनल में भारत को 4 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका ने यह जीत उस वक्त दर्ज की जब मैच की 9 गेंदें फेंकी जानी शेष थीं।

भारत ने टॉस हारने के बाद 48.2 ओवरों में 245 रन बनाए थे, जिसमें सुरेश रैना के सर्वाधिक 106 रन शामिल थे। श्रीलंका की तरफ से 'मैन ऑफ द मैच' कुलशेखरा ने चार विकेट लिए। श्रीलंका ने 48.3 ओवर में 6 विकेट खोकर 249 रन बना डाले।


FILEश्रीलंका को एक समय 15 गेंदों में जीत के लिए 15 और अंतिम 12 गेंदों में 9 रन चाहिए थे। श्रीसंथ की गेंद पर चौका लगाकर जयवर्धने ने 5 रन किया और फिर एक और चौका लगाकर टीम को जीत से एक कदम के फासले पर ला खड़ा किया। श्रीसंथ से किसी ‍चमत्कार की उम्मीद करना बेमानी थी और जयवर्धने ने विजयी चौका लगाकर अपनी टीम को भारत के खिलाफ 2 साल बाद जीत दिला दी। कुमार संगकारा को 'मैन ऑफ द सिरीज' के पुरस्कार से नवाजा गया।

श्रीसंथ सबसे खर्चिले साबित हुए और उन्होंने 9.3 ओवर में 72 रन लुटाए। आशीष नेहरा का दूसरे ओवर में घायल होना ही मैच का टर्निंग पाइंट रहा। महेला जयवर्धने ने अपने अनुभव का पूरा लाभ उठाया और वनडे करियर का 52वाँ अर्धशतक जमाया, जिसकी वजह से श्रीलंका खिताब का जश्न मनाने में सफल रहा।

हालाँकि जीत के लिए 246 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका टीम की शुरुआत खराब रही और आशीष नेहरा ने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर उपुल थरंगा को खाता खोलने के पहले ही स्लिप में विराट कोहली के हाथों झिलवा दिया। तब श्रीलंका का खाता भी नहीं खुला था।

इस झटके के बाद लंका संभल गया और दिलशान और कप्तान संगकारा ने दूसरे विकेट के लिए 93 महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। दिलशान (49) को युवराज सिंह ने विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में समा डाला। संगकारा भी अर्धशतक (55) लगाने के बाद हरभजन की स्पिन के जाल में उलझ गए और युवराजसिंह ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।

श्रीलंका ने 158 रनों के कुल स्कोर पर अपना चौथा विकेट थिलन समरवीरा के रूप में गँवाया। समरवीरा को 27 रनों के निजी स्कोर पर रविंदर जडेजा ने साफ बोल्ड कर दिया। इस विकेट ने भारतीय खेमे में नई ऊर्जा का संचार किया है।

जब श्रीलंका जीत से 57 रन दूर था, तब हरभजन सिंह ने अपने 10वें और अंतिम ओवर में कादम्बी (18) को पगबाधा आउट कर दिया। लंका जीत की दहलीज पर था कि उसका छठा विकेट रणदीव (17) के रूप में रन आउट हो गया लेकिन इसके बाद जयवर्धने ने परेरा को साथ लेकर अपनी टीम को 4 विकेट से शानदार जीत दिलाई।

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। श्रीलंका के गेंदबाजों ने पहले 11 ओवरों में ही भारत के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। कुलशेखरा और वेलेगेदरा ने भारतीय पारी को जमने से पहले ही बिखेर दिया। दोनों गेंदबाजों ने 11 ओवरों के खेल में ही पाँच दिग्गज बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसके सलामी बल्लेबाजी गौतम गंभीर बगैर खाता खोले नुवान कुलशेखरा की गेंद पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हो गए। कुलशेखरा ने गंभीर को बोल्ड किया। गंभीर के आउट होने के बाद मैदान में आए विराट कोहली भी वेलेगेदरा की गेंद पर विकेट के पीछे कुमार संगकारा को मैच थमा बैठे। पूरी सिरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कोहली मात्र 2 ही रन बना पाए।

भारत के धाकड़ बल्लेबाज युवराजसिंह का बल्ला भी आज रन उगलने में असफल रहा। वह भी वेलेगेदरा की गेंद पर युवी स्लिप में समरवीरा को कैच दे बैठे। इसके बाद कप्तान महेंद्रसिंह धोनी भी 14 रनों के निजी योग पर कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।

भारत इन झटकों से अभी उबर भी नहीं पाया था कि वीरेंद्र सहवाग 42 रनों के निजी योग पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। 27 गेंदों में 42 रन बनाने के बाद सहवाग कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे संगकारा के हाथों लपके गए।

लेकिन यहाँ से सुरेश रैना और रवींद्र जड़ेजा ने पारी को ‍संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने कमजोर गेंदों को नसीहत देने की ‍नीति अपनाई। रैना ने आज बेहतरीन अर्धशतक जमाया और अपनी उपयोगिता साबित की। दूसरे छोर पर जड़ेजा ने रैना का बखूबी साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 106 रन जोड़े। जड़ेजा 38 रन बनाने के बाद तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।

जड़ेजा के आउट होने के बाद रैना ने अपने प्रहार जारी रखे और हरभजनसिंह को साथ लेकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। रैना ने आज अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर का तीसरा सैकड़ा जमाया। हरभजन को साथ लेकर रैना ने सातवें विकेट के लिए 47 रन जोड़े, जिसमें हरभजन का योगदान सिर्फ 11 रनों का था। रणदीव ने हरभजन को पगबाधा आउट लेने में सफलता पाई।

रैना ने अपने शतक के लिए केवल 110 गेंदों का सामना किया और इस दौरान 9 चौके और एक छक्का लगाया। शतक लगाने के बाद रैना वेलेगेदरा की गेंद पर 106 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गए। इसके बाद अन्य बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और पूरी टीम 48.2 ओवरों में 245 रनों पर आउट हो गई। (वेबदुनिया न्यूज)

कोहली का शतक, भारत जीता
मीरपुर, बेहतरीन फार्म में चल रहे विराट कोहली के करियर के दूसरे शतक और शीषर्क्रम की उपयोगी पारियों की मदद से भारत ने त्रिकोणीय एकदिवसीय प्रतियोगिता के बेमानी मैच में सोमवार को यहाँ बांग्लादेश को छह विकेट से हरा दिया।

पिछले दो मैचों में 91 और नाबाद 71 रन की पारी खेलने वाले कोहली ने 83 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए 95 गेंद में 11 चौकों की मदद से नाबाद 102 रन बनाकर भारत को सात ओवर शेष रहते चार विकेट पर 249 रन तक पहुँचाकर जीत दिला दी।
बांग्लादेश ने कप्तान साकिब (85) और महमूदुल्लाह (नाबाद 64) की जुझारू पारियों की मदद से छह विकेट पर 247 रन बनाए थे। अब फाइनल में बुधवार को भारत का सामना श्रीलंका से होगा। कोहली के अलावा शीर्ष क्रम में गौतम गंभीर (41), दिनेश कार्तिक (34) और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (32) ने भी उपयोगी पारियाँ खेलीं।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को गंभीर और कार्तिक की सलामी जोड़ी ने 11.5 ओवर में 64 रन जोड़कर एक बार फिर अच्छी शुरुआत दिलाई। कार्तिक ने इस साझेदारी के दौरान अधिक आक्रामक रवैया अपनाया और 39 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का मारा। वह 12वें ओवर में शफीउल इस्लाम की गेंद पर विकेट के पीछे मुशफिकुर रहीम को कैच थमा बैठे।

युवराजसिंह (13) भी इसके बाद नईम की सीधी गेंद पर चूकने के बाद पगबाधा होकर पैवेलियन लौटे। मैन ऑफ द मैच कोहली ने कप्तान धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए 68 रन जोड़कर टीम को जीत के करीब पहुँचाया।

धोनी 37वें ओवर में साकिब की गेंद को उठाकर मारने के प्रयास में मिडऑन पर इमरूल कायेस को आसान कैच देकर पैवेलियन लौटे। कोहली ने इसके बाद सुरेश रैना (नाबाद 18) के साथ सिर्फ 6.5 ओवर में नाबाद 48 रन जोड़कर टीम को जीत दिला दी।


इससे पहले आज भारतीय कप्तान धोनी ने सिक्का जीतकर मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए।

अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश की पारी को जमने नहीं दिया और नियमित अंतराल पर बांग्लादेश को झटके लगते रहे। लेकिन सकीब अल हसन और मेहमुदुल्लाह ने बांग्लादेश की पारी को उस समय सहारा दिया, जबकि आधी टीम पैवेलियन की शोभा बढ़ा रही थी।

सकीब ने मुश्किल समय में अर्धशतक लगाकर बांग्लादेश की पारी को बिखरने से रोका। दूसरे छोर पर मेहमुदुल्ला ने भी उनका बखूबी साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए कीमती 106 रन जोड़कर बांग्लादेश को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया। सकीब ने 97 गेंदों पर 85 रन बनाए, जबकि मेहमुदुल्लाह ने नाबाद 64 रन बनाए। अंतिम ओवरों में नईम इस्लाम ने 14 गेंदों में 22 रन बनाकर बांग्लादेश को 247 रनों तक पहुँचाया।

भारत की तरफ से आशीष नेहरा ने 58 रनों पर 2 विकेट लिए। सुदीप त्यागी (24/1), श्रीसंथ (53/1) और युवराजसिंह (33/1) को भी विकेट प्राप्त हुए।

आज बांग्लादेश की पारी की शुरुआत खराब रही और 15 रनों तक उसने इमरुल कैस (9) और मोहम्मद अशरफुल (4) के विकेट खो दिए। इमरुल को सुदीप त्यागी ने और अशरफुल को श्रीसंथ ने आउट किया।

इसके बाद नेहरा ने तमीम इकबाल को त्यागी के हाथों कैच करवाकर बांग्लादेश को तीसरा झटका दिया। तमीम ने 17 रन बनाए। इस सदमें से अभी बांग्लादेश उबरा भी नहीं था कि रकीबुल हसन रन आउट हो गए। उन्होंने 28 रन बनाए और तीन बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा। इसके बाद युवराजसिंह ने बांग्लादेश को पाँचवाँ झटका देते हुए मुश्फिकुर रहीम (7) को रैना के हाथों कैच करवाया।

बांग्लादेश ने पहला विकेट तीसरे ओवर की पहली ही गेंद पर उस वक्त गँवा दिया था, जब सुदीप त्यागी ने इमरुल कैस (9) को विराट कोहली के हाथों कैच करवा दिया। तब बांग्लादेश का कुल स्कोर 10 रन ही था।

बांग्लादेश का स्कोर चौथे ओवर में 15 रन पर ही पहुँचा था कि उसे दूसरा झटका श्रीसंथ ने दिया। भारतीय गेंदबाजी ने मोहम्मद अशरफुल को 4 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया।

चूँकि भारत पहले ही बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले फाइनल में पहुँच चुका है, लिहाजा उसने इस मैच में जहीर खान को आराम दिया है। जहीर की जगह आशीष नेहरा को अंतिम एकादश में जगह मिली है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें