रविवार, 31 जनवरी 2010

अजब-गजब

जरूरी काम!

एक दिन एक अँगरेज राजदूत जर्मनी के महान नेता बिस्मार्क से मिलने आया। दोनों के बीच विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होने लगी। इस बातचीत में बहुत समय लग गया। बातचीत और भी लंबी चलती जा रही थी। अचानक बीच में अँगरेज राजदूत ने बिस्मार्क से पूछा कि आपसे रोजाना सैकड़ों लोग मिलने आते हैं। इन मुलाकातों में तो आपका बहुत समय नष्ट हो जाता होगा?

बिस्मार्क ने जवाब दिया- मैंने इसके लिए एक तरीका अपना रखा है। जब भी मुझे लगता है कि कोई मेरा समय फिजूल नष्ट कर रहा है तो मेरा नौकर आकर मुझे कहता है कि मेरी पत्नी मुझे किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है। बिस्मार्क का यह कहना हुआ कि ठीक इसी समय बिस्मार्क का नौकर आया और उसने कहा- सर आपको मैडम किसी बहुत जरूरी काम से बुला रही है।

जैसी करनी वैसी भरनी

दो महिलाएँ आपस में फेसबुक पर मित्र बनीं। दोनों के बीच बातें होने लगी और दोनों एक-दूसरे को शुभकामना भेजने लगी। दोनों महिलाओं ने जब अपनी शादी के फोटो एक-दूसरे को भेजे तो वे यह देखकर चौंक उठीं कि दोनों का पति तो एक ही व्यक्ति है।
दोनों ने आपस में बात की तो पता चला कि यह हमशक्ल वाला मामला नहीं है बल्कि चेंग नाम के व्यक्ति ने इन दोनों महिलाओं से विवाह किया है। बस फिर क्या था दोनों महिलाओं ने चेंग के खिलाफ शिकायत की और चेंग अब मुसीबत में हैं। झूठ थोड़े दिन छुप सकता है ज्यादा दिन नहीं। चेंग को भी यह बात पता चल गई है।

शुक्रवार, 29 जनवरी 2010

कहानियां

मुझसे शादी करोगी
तान्या सेन लगातार सिगरेट पी रही थी। टीवी की दुनिया का बेहद सफल नाम रोहित सूरी उसके सामने बैठा था, जिसका हर शो सुपरहिट होता है। उसका प्रोडक्शन हाउस नया रिअलिटी शो शुरू करने जा रहा है, ड्रीम हाउस में 100 दिन। तान्या बोली, रोहित तुम जानते हो, वंदना राजवंश ने मेरा घर बर्बाद कर दिया और तुम उसी को शो में ले रहे हो..।

रोहित मुसकरा रहा था, मानो तान्या की बातों का असर न हो रहा हो। दूसरी ओर तान्या कश लगाए जा रही थी। थोडी देर तक उसे देखते रहने के बाद वह बोला, यह बात पूरी इंडस्ट्री जानती है। यहां तक कि दुनिया जानती है कि सौरभ कपूर का उसके साथ अफेयर चल रहा था। लेकिन जो दुनिया नहीं जानती, मैं वह भी जानता हूं, इसलिए वंदना को शो में ले रहा हूं।

फिर उसे टोकते हुए बोला, देख रहा हूं, जबसे आई हो, सिगरेट पी रही हो। इस शो में तुम्हें सिगरेट नहीं पीनी है। जो सिगरेट पीते पकडा जाएगा, उसका चांस कम होता जाएगा।

तान्या खीज कर बोली, तुम काम की बात करो। उस वंदना मिस टेंशन की वजह से मैं ज्यादा पी रही हूं।

तो सुनो। तुम तान्या हो-सौरभ कपूर की एक्स वाइफ और वह वंदना है, जिससे सौरभ का चक्कर रहा है। इस कारण तुम्हारा घर एवं पति छूटा। यही शो की यूएसपी है। मैं लागलपेट नहीं रखता। तुम मेरी बचपन की दोस्त हो। साफ पूछता हूं, सोचो, तुम आज हो क्या?

तान्या कुछ बोलती, इससे पहले ही हाथ के इशारे से उसे रोक कर कहने लगा, पहले पूरी बात सुनो। माना तुम कभी हीरोइन थीं। एक फिल्म सुपरहिट रही। बाद में तुम मिसेज सौरभ कपूर बनीं। स्टार की वाइफ और अब उसकी एक्स वाइफ। तुम बच्चे पाल रही हो। किटी पार्टी में मिसेज एक्स सौरभ का जलवा चल सकता है मैडम, कहीं और नहीं।

और वंदना? सौरभ के चक्कर में उसे दूसरे हीरोज के साथ फिल्में मिलनी बंद हो गई। एक्टिंग उसे आती नहीं थी। तीन फिल्में फ्लॉप हुई। कोई इंटरव्यू लेने आता है तो कहती है कि चूजी हो गई हूं। फिल्में मिल ही कहां रही हैं उसे। वो फिल्में भी सौरभ ने ही दिलवाई थीं।

सो मैडम, तान्या सेन, सौरभ ही वह कमजोर कडी है, जो तुम दोनों को नफरत के मजबूत धागे से बांधता है। तुम दोनों एक द्वीप पर ड्रीम हाउस में आमने-सामने होगी, इसकी पूरी पब्लिसिटी की जाएगी।

रोहित की बात पूरी होने से पहले ही तान्या आंखें फैला कर बोली, तो रोहित, तुम हमारी नफरत का फायदा उठा रहे हो?

इसका तुम्हें एक करोड दे रहा हूं। एक लाख रुपये रोज। शो में तुम कम दिन रहोगी तो भी पैसा तुम्हें पूरा मिलेगा। वैसे मुझे भरोसा है कि तुम और वंदना टिकोगी, क्योंकि लोग तुम दोनों को ही देखना चाहेंगे।

तान्या बोली, तुम सौरभ का नाम भुनाकर करोडों कमाओगे। एक्स वाइफ को सिर्फ एक लाख रुपये रोज।

क्या यह कम है?

सौरभ के नाम पर कम है। फिल्म का कम से कम बीस करोड ले रहा है। सुपर स्टार है।

तो क्या तुम्हें भी बीस करोड चाहिए?

नहीं, सिर्फ पांच लाख रोज।

रोहित उछला, तान्या, तुम लूटने पर उतारू हो। छोडो, मैं उस मॉडल अनुप्रिया दत्ता को ले लूंगा। जुबान पर मिर्चे रहती हैं उसके और डांस तो क्या मस्त करती है।

यू आर वेरी कनिंग रोहित।

बिजनेसमैन हूं। चलो, न तुम्हारी-न मेरी। दो लाख रुपये रोज। ठीक है!

तीन से कम नहीं। यानी तीन करोड।

रोहित की आंखें सिकुड गई। बोला, तान्या, तुम एक या तीन करोड क्यों देख रही हो? सोचो, अंत तक टिक गई तो एक करोड और मिलेगा। ग्लैमर की दुनिया के दरवाजे खुल जाएंगे। शो के बाद फिल्म भी मिल सकती है।

तान्या मुसकराई, तीन से कम में नहीं।

रोहित ने हथियार डाल दिए। चलो, दोस्ती की ख्ातिर बात मान ली। वरना किसी को भी ले सकता था। उसने हाथ आगे बढाया।

तान्या ने जैसे ही हाथ मिलाया, रोहित को जैसे कुछ याद आया, बताना भूल गया, विक्रम पठान को भी शो में ले रहा हूं।

तान्या चौंकी, वह दो टके का मॉडल। वो कौन थी नई मॉडल, जिसे छेडने के चक्कर में जेल में रह कर आया है?

तुम ठीक समझ रही हो।

चुन-चुन कर नगीने इकट्ठे कर रहे हो।

पुण्य का काम कर रहा हूं। उद्धार कर रहा हूं।

और हां-तुम्हें बंदे से रोमांस भी करना है। एक हफ्ते बाद इसके चर्चे होने चाहिए।

क्या! मैं उससे इश्क करूंगी?

तान्या, ठंडे दिमाग से काम लो। लोग तुम लोगों को सौ दिन तक रोटी खाते और माला जपते नहीं देखना चाहते? सोच लो, फिल्म में काम कर रही हो, बस डायलॉग तुम्हारे होंगे। जितने अच्छे डायलॉग, जैसी धांसू एक्टिंग, उतने ही आंसू, उतने ही दिल टूटेंगे।

सौरभ की एक्स वाइफ से क्या चाहते हो?

रोहित खीजते हुए बोला, मिसेज एक्स सौरभ कपूर। अतीत में जीना बंद करो। सौरभ को सीढी बना कर आगे बढना सीखो। उसने भी तुम्हारा इस्तेमाल किया है। सुपर स्टार बन गया तो किनारे कर दिया। तुम इतनी सेंसिटिव क्यों हो रही हो? सोचो, तुम उसके पैसे पर जी रही हो। वह पैसे देने बंद कर दे तो..?

बहुत भाषण झाड लिया। समझ गई मैं।

अगले महीने की 11 तारीख्ा से शूटिंग शुरू हो रही है। जिम जाना शुरू करो, सिगरेट बंद। रौब झाड रहे हो?

नहीं, एहतियात बरतने को कह रहा हूं। तुम 16 स्त्री-पुरुषों को एक साथ एक द्वीप पर बने घर में रहना है। नियमों का पालन करना ही होगा। यस, मेरे आका। तान्या ने ऐसे अंदाज में झुक कर कहा कि रोहित की हंसी छूट गई।

शो शुरू होने से पहले ही हिट हो चुका था। इस दौरान सौरभ कपूर की एक्स वाइफ और ओल्ड फ्लेम वंदना के झगडों के किस्से, विक्रम पठान के सनकीपन की मसालेदार खबरें आ चुकी थीं। जिस दिन शो शुरू हुआ, लोगों ने सास-बहू छोडकर उसे ही देखना शुरू कर दिया। तान्या को ड्रीम हाउस में कुछ पता नहीं चल रहा था, लेकिन वह रोहित के अंदाज से भी ज्यादा बडी स्टार बन गई थी। वह वर्तमान में जीना सीख रही थी। तान्या-वंदना की कैट फाइट शो को सुपरहिट बना रही थी।

वंदना स्विम सूट पहन कर विक्रम पठान के साथ स्विमिंग पूल में उतरी तो तान्या का बयान आया, मैं चीप पब्लिसिटी के लिए यह नहीं कर सकती। लेकिन अगले ही हफ्ते तान्या ने विक्रम के साथ ऐसा डांस किया कि लोग आहें भरने लगे। देखकर लगता नहीं कि दो बच्चों की मां है। अटकलें शुरू हो गई। तान्या और विक्रम पठान का चक्कर..सौरभ जल-भुन रहा होगा।

इस बीच कई डायरेक्टर, प्रोड्यूसर तान्या के डांस के लिए फिल्मों में जगह बनाने लगे। उसके मैनेजर की मुसीबत आ गई। वह सबसे कह रहा था कि तान्या मैडम से शो के बाद ही बात हो पाएगी। फैसला वही लेंगी।

बीच में वंदना शो से बाहर हो गई तो दर्शक कहने लगे, शो में मजा नहीं आ रहा। भला हो रोहित की वाइल्ड कार्ड एंट्री का, वंदना को हफ्र बाद वापस बुला लिया गया। इस बीच वंदना को बाहर की ख्ाबरें लग गई थीं। वह तान्या से जली-भुनी बैठी थी। हर हफ्ते घर से कोई न कोई बाहर हो रहा था, लेकिन तान्या को निकालने की कोशिशें नाकाम रहीं।

इस बीच सौरभ कपूर की फिल्म रिलीज होनी थी, जिसे टालना पडा। रिपोर्ट थी कि शो के रहते फिल्म आई तो नहीं चलेगी। सलाह दी गई कि सौरभ को शो पर आना चाहिए। लोग उसे तान्या के साथ देखेंगे तो असर होगा। सौरभ आज में जीने वाला था, फौरन हां कर दी।

तय हुआ कि विनर को इनाम सौरभ के ही हाथ से मिलेगा। उस द्वीप पर आखिरी हफ्ते दो ही लोग बचे- तान्या और वंदना। इसकी भी पब्लिसिटी हो रही थी। सवाल उठ रहे थे, पत्नी या प्रेमिका-सौरभ किसे बनाएगा विनर..? तान्या और वंदना बाहर की गतिविधियों से अनजान थीं। आखिरी हफ्ता साथ गुजारना मुश्किल था। न चाहते हुए भी गिले-शिकवे हो रहे थे। शो की लोकप्रियता रिकॉर्ड तोड चुकी थी। करोडों का सट्टा लगा था उन दोनों पर।

यह था शो का क्लाइमेक्स। आखिरी घंटे में तान्या और वंदना अपने-अपने सूटकेस लगाए ड्राइंग रूम में आ गई थीं। सौरभ कपूर के बारे में उन्हें पता नहीं था। अचानक उन्हें बताया गया कि शो के चीफ गेस्ट आ रहे हैं। वही उन्हें बाहर ले जाएंगे। दोनों सौरभ को देखकर हैरान रह गई। वंदना को हाय करके सौरभ आगे बढा और तान्या को गले लगा लिया। खुसर-पुसर होने लगी कि क्या मियां-बीवी फिर एक होंगे। हालांकि सौरभ, तान्या और वंदना तो शो बिजनेस का हिस्सा थे, एक्टिंग कर रहे थे।

सौरभ दोनों को साथ बाहर मंच पर लाया। .. और शो की विनर हैं.. लोगों की सांसें थम गई। उसने वंदना को देखा और बोला, और.. विनर हैं.. अचानक वह बोला, तान्या सेन एक करोड का चेक और बुके उसने तान्या को दिया और गले से लगा लिया।

तान्या विनर थी। उसने वंदना से बदला ले लिया था। उसके आंसू आ गए। गले से भर्राई आवाज में निकला, थैंक्यू रोहित। तुमने मुझे जो दिया, उसे मैं बयां नहीं कर सकती।

अब तान्या की जिंदगी बदल चुकी थी। बाहर ऑफर उसका इंतजार कर रहे थे। होस्ट बनने का ऑफर, एक छोटे बजट की फिल्म में हीरोइन बनने का ऑफर, छह फिल्मों में आइटम डांस का ऑफर-इनमें सौरभ की फिल्म भी थी। सौरभ पर कर्ज चढा देती हूं सोचकर तान्या ने उसे हां कर दी। सोचा, अब जिंदगी नए ढंग से जिएगी। होस्ट बनने के लिए भी हां कर दी। बॉडी को टोन कर रही थी। लुक्स में हॉलीवुड हीरोइनों को मात देने लगी थी। कोई एंजेलिना जोली से उसकी तुलना कर रहा था, कोई लिज हर्ले से। उसकी जिंदगी में इतनी खुशियां कभी आई ही नहीं थीं। तीन फिल्मों में आइटम डांस कर चुकी थी। जिस शो को होस्ट कर रही थी, वह हिट था। शो के पांच-छह एपीसोड हुए थे कि अचानक उसे चक्कर आ गया। पता चला उसे कैंसर है। शो स्थगित हो गया। दर्शकों को यह भी नया पब्लिसिटी स्टंट लग रहा था। कुछ ही दिन में पक्की रिपोर्ट आ गई। उसकी जिंदगी छह महीने की है। उल्टी गिनती शुरू हो गई।

बचपन की दोस्त को रोज मरते-टूटते देख रहा था रोहित। तान्या को बच्चों का भी इंतजाम करना था। सौरभ भी मिलने आता था। बच्चों की जिम्मेदारी उसे सौंपनी थी।

रोहित बहुत उदास था, लेकिन फिर उसने इस नियति को मान लिया। एक दिन तान्या से बोला, मैडम, जिंदगी रंगमंच है। हम सब इस रंगमंच की कठपुतलियां हैं..। इस फिल्मी डॉयलॉग पर तान्या ने उसे गौर से देखा। रोहित थोडा सा झुका और बोला, तो तान्या, आपके लिए भी जिंदगी एक रंगमंच है और इस बार शो छह महीने का है। 15 दिन रोते हुए बीत चुके हैं। अब आपको तय करना है कि बाकी के 165 दिन कैसे बिताना चाहती हैं।

तान्या हंसी, मौत तय है तो शान से मरूंगी। रोहित गंभीर हो गया, अपनी आखिरी ख्वाहिश बताओ तान्या।

कुछ सोचकर तान्या बोली, मैं शादी करना चाहती हूं। चाहती हूं मनीष मलहोत्रा मेरा शादी का जोडा डिजाइन करे। मंडप करन जौहर की फिल्म के सेट की तरह हो, करीना कपूर मेहंदी लगाए, बिपाशा सहेली बन कर नाचे। बस दूल्हा खोजने का काम तुम्हारा..।

रोहित मुसकराकर बोला, दूल्हा सौरभ..?

नहीं, तुमने ही कहा था सौरभ मेरा पास्ट है।

रोहित एक पल रुककर बोला, तुम्हारी शादी जरूर होगी, अगर तुम मेरी बात मानो तो..। आज से तुम्हारा एक-एक पल मेरा। दूल्हा मैं खोजूंगा। समझो दूल्हा मिल गया। तान्या गंभीर थी, कहना क्या चाहते हो?

मुझसे शादी करोगी? रोहित गंभीर था।

तान्या उसे घूरने लगी। होश आया तो बोली, तुम मजाक कर रहे हो? या फिर यह नया रिअलिटी शो है। एक अलमस्त बेफिक्र इंसान मरती हुई औरत से शादी करेगा। बॉलीवुड के स्टार शादी में आएंगे और शो सुपरहिट?

यह मजाक नहीं है मैडम, न रिअलिटी शो। दोस्ती का कर्ज अदा करना चाहता हूं। तान्या को रोहित की आवाज दूर से आती लगी।

रोहित बोला, तान्या, याद है तुम्हें, बचपन में जब हम दौडते थे तो तुम आगे निकल जाती थीं। मैं बीच में ही आइसक्रीम वाले के पास रुक जाता था। तुम फिर पलटती थीं और घसीट कर फिर मुझे ले जाती थीं।..अब इन 165 दिनों की दौड में मैं हर पल तुम्हारे साथ रहना चाहता हूं। हालांकि मैं वहां तक शायद न दौड सकूं, जहां तुम्हें जाना है। बस यही चाहता हूं कि तुम्हें एक नई जिंदगी दूं और इस दौरान खुद भी एक नई जिंदगी जी लूं। यह शो बिजनेस तो जिंदगी भर चलेगा। लेकिन ये दिन लौटकर मेरी जिंदगी में नहीं आएंगे। चाहता हूं कि ये तुम्हारी और मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत दिन हों।

वह तान्या की आंखों में देख रहा था। बोला, मेरा यकीन करती हो? करोगी मुझसे शादी?

तान्या मुसकराकर बोली, हां रोहित, मैं तुम पर भरोसा करती हूं और तुमसे शादी करूंगी।

सामयिक

ऐसे सिपाही होंगे तो गांधी कैसे नहीं रहेंगे
पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में आकर आजकल लोग जहां महात्मा गाधी को अप्रासंगिक करार दे रहे हैं, वहीं अहमदाबाद में एक शख्स ऐसा है जो वर्षो से अनवरत बापू के विचार जन-जन तक फैलाने में जुटा है। प्रवीण भाई भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन [इसरो] जैसी संस्था में कार्यरत होते हुए भी रोज सुबह तीन घंटे यात्रा कर गांधीवाद की अलख जगाते हैं।

जाड़ा हो, गर्मी या फिर बरसात- सुबह तड़के ही प्रवीण भाई खादी का कुर्ता-पायजामा पहने, सिर पर गाधी टोपी लगाए साइकिल उठा कर निकल पड़ते हैं। साइकिल पर गांधी जी का प्रिय भजन 'वैष्णव जन तो तैने कहिए..' बजाते हुए वह रोज जगह-जगह प्रभात फेरियां निकालते हैं। महात्मा गाधी की कहानियां सुन कर बड़े हुए प्रवीण भाई कहते हैं कि वह प्रभात फेरी के जरिए आज के युवाओं में सत्य, प्रेम और अहिंसा की उसी भावना को जगाना चाहते हैं, जिसके लिए बापू को दुनिया जानती है। वह कहते हैं कि गांधी का संदेश फैलाने के लिए यही तरीका अपनाने की प्रेरणा भी उन्हें बापू से ही मिली है। जिस तरह दाडी यात्रा के जरिए गाधीजी ने नमक कानून को तोड़ कर अंग्रेजों को चुनौती दी थी और वही संकल्प बाद में क्राति की ज्वाला बन गया था, उसी तरह प्रवीण भाई को भी उम्मीद है कि उनकी मुहिम रंग लाएगी। काफी पहले जब उन्होंने इस मुहिम की शुरुआत की थी, तब उन्हें कई लोगों के उपहास का पात्र भी बनना पड़ा था। पर अब हर किसी के मन में उनके लिए सम्मान है। गाधी आश्रम के ट्रस्टी अमृत मोदी मानते हैं कि प्रवीण भाई जैसे लोगों की बदौलत ही गांधीवाद कभी मिट नहीं सकता।

स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, गांधी जयंती, शहीद दिवस जैसे मौकों पर प्रवीण भाई का कार्यक्रम कुछ ज्यादा ही वृहत् हो जाता है। 60 साल की उम्र का इन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। तभी तो शुक्रवार को भी ज्यादा लंबी यात्रा पर निकलने और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक गांधीवाद का संदेश पहुंचाने के लिए प्रवीण भाई तैयार हैं।

बुधवार, 27 जनवरी 2010

मुलाक़ात

कैटरीना की सलाह काम आई
शीला परगनिहा
वीर के निर्देशन के लिए अनिल शर्मा का नाम कैटरीना ने सलमान को सुझाया था। अब सलमान खुश हैं कि उन्होंने कैटरीना की बात मानी।
’वीर’ का निर्देशन अनिल शर्मा ने किया है और उनके नाम की सिफारिश सलमान खान से कैटरीना कैफ ने की थी। यह पीरियड फिल्म सिनेमाघरों में 22 जनवरी को प्रदर्शित हो रही है।
सलमान ने इस फिल्म की कहानी वर्षों पहले लिखी थी। वे खुद फिल्म बनाना चाहते थे, लेकिन उनके पास वक्त नहीं था। सलमान यह फैसला नहीं ले पा रहे थे कि किस निर्देशक को वे इस फिल्म की बागडोर सौंपे जो उनकी लिखी ‍कहानी के साथ न्याय कर सके।
सलमान की इस समस्या का समाधान ढूँढा कैटरीना कैफ ने। कैटरीना ने ‍अनिल शर्मा के निर्देशन में ‘अपने’ में काम किया है, जिसमें तीनों देओल ने एक साथ काम किया है। कैटरीना ने सलमान को सलाह देते हुए कहा कि वे अनिल शर्मा को ‘वीर’ के निर्देशन की जिम्मेदारी सौंपे क्योंकि वे ‘गदर’ जैसी सुपरहिट फिल्म बना चुके हैं, जो एक पीरियड फिल्म है।
कैटरीना की बात सलमान ने मान ली, लेकिन उनके मन में ‍अनिल को लेकर संशय था। लेकिन अब वे अनिल के काम से बेहद खुश हैं। सलमान का कहना है कि अनिल ने उनकी उम्मीदों से बेहतर काम किया है और वे खुश हैं कि कैटरीना की सलाह उन्होंने मानी।
यदि ‘वीर’ सफल होती है तो इसका कुछ श्रेय कैटरीना को भी दिया जाना चाहिए। क्या कहते हैं सल्लू भाई।
सोनिया से समानता नहीं : कैटरीना कैफ
कैटरीना कैफ ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें कहा गया है कि ‘राजनीति’ फिल्म में उनका रोल सोनिया गाँधी से मिलता-जुलता है। कैटरीनाWatch Katrina's Beautiful Pics के अनुसार इस तरह की बातों में किसी भी तरह की सच्चाई नहीं है। उन्होंने फिल्म में साड़ी पहनी है और उसी के आधार पर लोगों ने निष्कर्ष निकाल लिया कि वे फिल्म में सोनिया गाँधी का रोल निभा रही हैं।
प्रकाश झा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में कैटरीना पहली बार लीक से हटकर भूमिका निभा रही हैं। आमतौर पर कैटरीना ने अब तक फिल्मों में ग्लैमर डॉल की भूमिका निभाई हैं, लेकिन ‘राजनीति’ में कैटरीना को ऐसा रोल निभाने को मिला है जो वास्तविकता के करीब और गंभीर है।
‘राजनीति’ के लिए कैटरीना ने अपनी हिंदी सुधारी और अब वे आसानी से हिंदी पढ़ भी लेती हैं। यही नहीं उन्होंने हिंदी में लंबे संवाद भी याद कर सबको चकित कर दिया। कैटरीना का समर्पण देख निर्देशक प्रकाश झा बेहद खुश हुए। उनके अनुसार यह फिल्म अभिनेत्री के रूप में कैटरीना के स्तर को ऊँचा उठाने में सहायक होगी।
रणबीर कपूर इस फिल्म में कैटरीना के नायक हैं, जिनके साथ आए दिन उनके रोमांस की खबरें आती रहती हैं। कैटरीना के अनुसार बॉलीवुड में इस तरह की अफवाहें अक्सर फैलती रहती हैं।
नवंबर माह में कैटरीना के प्रशंसकों को उनकी दो फिल्में ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ और ‘दे दना दन’ देखने को मिलेगी।

मनोरंजन

शाहरुख के साथ दुनिया की सैर

यदि आप किंग खान के निजी जीवन को नजदीक से जानने में उत्सुक हैं तो कुछ दिन दिल थामकर बैठिए। "डिस्कवरी ट्रेवल एंड लिविंग" 26 फरवरी से सुपर स्टार शाहरुख खानGlamorous Pictures of King Khan पर एक बेहद मनोरंजक श्रृंखला प्रस्तुत करने जा रहा है। इस कार्यक्रम में पहली बार शाहरुख के कई अंतरंग पहलुओं को जाना जा सकता है। अपनी तरह के इस अनोखे टेलीविजन फॉर्मेट में दर्शक शाहरुख खान के साथ पुरी दुनिया की सैर करेंगे।
पिछले एक वर्ष से डिस्कवरी के कैमरे शाहरुख खान के सैर-सपाटे पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इसी कैमरे से अनोखे पलों को निकाल कर सुपर स्टार की जिंदगी की एक दुर्लभ झलक दिखाई जा रही है।
इस कार्यक्रम के बारे में शाहरुख ने कहा कि डिस्कवरी ट्रेवल एण्ड लिविंग चैनल यकीनन सबसे ब़ड़ा लाइफ स्टाइल चैनल है। इस श्रृंखला के फॉर्मेट का विचार रोमांचक होने के साथ-साथ अनूठा भी है। उन्होंने बताया कि यह चैनल मेरे जीवन के ऐसे पहलुओं को दिखाता है जिन्हें सार्वजनिक तौर पर शायद ही कभी देखा गया हो। उन्होंने कहा मैं ब़ड़ी आशा से आप सबका अपने जीवन में इस्तकबाल करता हूँ।
इस कार्यक्रम में शाहरुख से संबंधित सभी पहलुओं को छुआ गया है, वह चाहे छुट्टी का समय हो या उनके बच्चों, पत्नी, बहन और मित्रों के साथ रिश्ते का मामला हो या फिर फिल्म निर्माण की अनूठी प्रक्रिया हो । इस चैनल पर शाहरुख के मन्नत से लेकर उनकी जिंदगी से जु़ड़े हर पहलू को गंभीरता से दिखाया जाएगा।
क्राइम पेट्रोल’ में दिखाई देंगी साक्षी तँवर
‘कहानी घर-घर की’ में पार्वती का किरदार निभाकर घर-घर में लोकप्रिय होने वाली साक्षी तँवर फिर से छोटे पर्दे पर दिखाई देंगी। ‘कॉफी हाउस’ जैसी फिल्म कर चुकीं साक्षी ‘क्राइम पेट्रोल’ पेट्रोल प्रस्तुत करेंगी, जो ‘कहानी घर-घर की’ से एकदम अलग होगा। ‘कहानी घर-घर की’ में जहाँ ड्रामा और कल्पना थीं, वहीं ‘क्राइम पेट्रोल’ वास्तविक घटनाओं पर आधारित अपराध की दुनिया के इर्दगिर्द घूमने वाला शो है।
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर वर्ष 2003 में ‘क्राइम पेट्रोल’ शुरू किया गया था, जिसमें पुलिस जाँच की प्रक्रिया को दिखाया गया था। यह कार्यक्रम बेहद पसंद किया गया था। एक बार फिर यह कार्यक्रम 26 जनवरी से शुरू किया जा रहा है। इस बार क्राइम पेट्रोल पुलिस बल की आँखों से पेश किया जाएगा और अपराध कैसे? और क्यों? जैसे सवालों से जूझने में एक कदम आगे होगा।
इस बार क्राइम पेट्रोल महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों पर होने वाले अपराध कर केन्द्रित होगा। साथ ही शिकार हुए व्यक्ति के परिवार पर पड़ने वाले प्रभाव को भी दिखाया जाएगा। अपहृत हुए बच्चों के मामलों को भी दिखाया जाएगा। शाइनी आहूजा द्वारा किए गए अपराध पर भी कडि़याँ दिखाई जाएँगी। अपराध के वास्तविक स्थानों पर भी ले जाया जाएगा।
क्राइम पेट्रोल का निर्माण ऑप्टिमिस्टिक्स ने किया है और इसे साक्षी तँवर के साथ अनूप सोनी प्रस्तुत करेंगे।

सोमवार, 25 जनवरी 2010

मिर्च-मसाला

कैटरीना और रणबीर जीतेंगे अवॉर्ड : प्रकाश झा
Mप्रकाश झा की ‘राजनीति’ इस वर्ष रिलीज होने वाली है, जिससे कई राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त लोग जुड़े हुए हैं। ताजा नाम इस सूची में अर्जुन रामपाल का जुड़ा है। ‘जब मुझे खबर मिली कि अर्जुन रामपाल ने ‘रॉक ऑन’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है तो मुझे खुशी हुई। अर्जुन ने मेरी फिल्म में भी शानदार काम किया है। लेकिन मुझे पूरी आशा है या कहिए कि मैं पूरी तरह निश्चित हूँ कि रणबीर कपूर मेरी फिल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करेंगे।‘ प्रकाश झा बताते हैं।

रणबीर इस फिल्म में यूएस में पढ़ाई करते हैं और राजनीति जवाबदारी संभालने के लिए उन्हें अनिच्छा से भारत लौटना पड़ता है। रणबीर की तारीफ करते हुए झा कहते हैं ‘यह फिल्म रणबीर रणबीर को अलग ही स्तर पर ले जाती है। रणबीर ही क्यों, मैं तो कहूँगा कि इस फिल्म में सभी ने बेहतरीन अभिनय किया है। मेरी फिल्म में कई बेहतरीन और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अभिनेता हैं। अजय देवगन, नाना पाटेकर, नसीरुद्दीन शाह, मनोज बाजपेयी सभी ने उम्दा काम किया है।‘

कैटरीना कैफ ने भी इस फिल्म में अपनी इमेज से हटकर एक अलग तरह की भूमिका स्वीकार की है। ‘कैटरीना ने अपने रोल में जान डाल दी है। लोग यकीन ही नहीं कर पाएँगे कि यह वही कैटरीना है, जो अब तक वे देखते आए हैं। अगर रणबीर और कैटरीना दोनों ही राष्ट्रीय पुरस्कार जीतते हैं तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।‘ झा पूरे विश्वास के साथ कहते हैं।

मुलाकात

नीतू चन्द्रा : अपनी राह खुद बनाने पर यकीन
‘गरम मसाला’ (2005) से हिंदी फिल्मों की दुनिया में आने वाली नीतू चन्द्रा ने अपने छोटे से करियर में प्रियदर्शन (गरम मसाला), मधुर भंडारकर (ट्रैफिक सिग्नल), दिबाकर बैनर्जी (ओए लकी! लकी ओए) जैसे निर्देशकों के साथ काम किया है। ‘रण’ और ‘अपार्टमेंट’ में भी उन्हें रामगोपाल वर्मा और जगमोहन मूँदड़ा जैसे निर्देशकों के साथ काम करने का अवसर मिला है। नीतू का मानना है कि भले ही उनकी शुरुआत धीमी है, लेकिन वे सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। पेश है नीतू से बातचीत :
पिछले दिनों आपने कहा था कि ऐश्वर्या राय ने जिन निर्देशकों (रामू, जगमोहन मूँदड़ा) के साथ फिल्में की थीं उनके साथ आप भी काम कर रही हैं। ऐश जहाँ पहले रहा करती थीं आप भी उसी इलाके में रह रही हैं और आप भी ऐश की राह चल रही हैं। क्या आप ऐश्वर्या की तरह बनना चाहती हैं?
मेरा ये मतलब नहीं था। न ही मैं किसी की राह पर चलना चाहती हूँ। ऐश्वर्या एक खूबसूरत महिला हैं। उम्दा कलाकार हैं। जिस जगह आज वे हैं, वहाँ पहुँचने के लिए उन्होंने मेहनत की है। मैं उनकी बेहद इज्जत करती हूँ, लेकिन मैं अपनी राह खुद बनाना चाहती हूँ। किसी के रास्ते पर नहीं चलना चाहती।

महानायक अमिताभ बच्चन के साथ काम करने की ख्वाहिश हर कलाकार के मन में रहती है। ‘रण’ में आपको यह मौका मिला। क्या अनुभव रहे?
अपने आपको मैं भाग्यशाली मानती हूँ कि इतने बड़े कलाकार के साथ मैंने फिल्म की। मुझे जो खुशी महसूस हुई उसे शब्दों में बताना मुश्किल है। कहना चाहूँगी कि वे महान इंसान है। अद्‍भुत कलाकार हैं। उनसे मुझे बहुत प्रेरणा मिली। सीखने को मिला।

‘रण’ में ढेर सारे किरदार हैं। इस भीड़ में आपका किरदार गुम तो नहीं हो जाएगा?
फिल्म में हर किरदार महत्वपूर्ण है और उसमें मेरा किरदार भी शामिल है। वैसे भी रोल की लंबाई की बजाय उसकी गुणवत्ता देखी जानी चाहिए। अभिनय को परखना चाहिए। मैंने अपने किरदार पर बहुत मेहनत की है। ‘रण’ एक गंभीर और मनोरंजक फिल्म है। ये उन हास्य फिल्मों की तरह नहीं है, जिन्हें देखते समय दिमाग नहीं लगाना पड़ता।

पिछले दिनों एक पत्रिका के लिए आपने हॉट फोटो ‍खिंचवाए थे। उसके पीछे आपका क्या उद्देश्य था?
मैंने कोई विवाद खड़ा करने या पब्लिसिटी के लिए ये काम नहीं किया था। फोटोग्राफ्स इसलिए चर्चित हो गए क्योंकि उनमें लड़का-लड़की की बजाय दो लड़कियों को साथ दिखाया गया था। ये आइडिया मेरा ही था। उन फोटो की आलोचना करने वाले पाखंडी हैं। एक तरफ हम हॉलीवुड फिल्मों की बात करते हैं और दूसरी ओर इस तरह के फोटो को लेकर विवाद पैदा किए जाते हैं। मैं ऐसी अकेली या पहली अभिनेत्री नहीं हूँ जिसने इस तरह का हॉट फोटो सेशन किया हो।

नीतू चन्द्रा किस तरह की इंसान हैं?
अपनी निजी जिंदगी में मैं बहुत ही साधारण लड़की हूँ, जो मेहनत करने में विश्वास रखती है। मेरा कभी किसी निर्माता-निर्देशक से विवाद नहीं हुआ है। सेट पर समय से आती हूँ और ईमानदारी से काम करती हूँ। मैं स्पष्टवादी हूँ, जो दिल में आता है कह देती हूँ। शायद इससे लोगों को थोड़ा बुरा लगता हो।

क्या आपको नहीं लगता कि फिल्म इंडस्ट्री में आपका कोई गॉडफादर होता तो बॉलीवुड में आपका सफर आसान हो जाता?
गॉडफादर वाली बात मेरी समझ में नहीं आती। मैं तो ऊपर वाले और अपने माता-पिता को ही अपना गॉडफादर मानती हूँ। वे हमेशा मेरे साथ हैं।

कोई विशेष रोल निभाने की ख्वाहिश?
मैं एक्शन रोल स्क्रीन पर अदा करना चाहती हूँ।

दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल 26.01.2010
मेष
संतान की उन्नति खुशी को बढ़ाएगी। व्यापार में नई योजना क्रियान्वित हो सकेगी। अर्थ लाभ होगा। यात्रा में अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। सत्संग होगा।
वृष
कार्य में नीरसता की समाप्ति तथा उत्साह की वृद्धि होगी। जीवनसाथी से संबंधों में अनुकूलता बनेगी। दूसरों के कारण कष्ट हो सकता है। आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी।
मिथुन
पराक्रम में वृद्धि से परिवार एवं समाज दोनों क्षेत्रों के कार्य पूर्ण हो सकेंगे। उत्तेजना पर संयम रखें। पूर्व नियोजित काम समय पर होंगे। संतान की तरक्की होगी।
कर्क
कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रकट करने की क्षमता बढ़ेगी। प्रिय व्यक्ति से भेंट होगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय सही होंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
सिंह
महत्वपूर्ण व्यक्तियों के संपर्क में आएँगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। अधूरे कार्य समय पर पूरे होने के योग हैं। जोखिम के कामों से दूर रहना चाहिए।
कन्या
चिड़चिड़ाहट रहेगी। व्यापारिक जवाबदारी, प्रतिस्पर्धा में जल्दबाजी से नुकसान हो सकता है। आर्थिक मामले उलझेंगे। दांपत्य जीवन सुखद।
तुला
आसानी से काम होने की स्थिति नहीं रहेगी। वैचारिक असंतोष रहेगा। व्यापारिक सौदे आपके पक्ष में नहीं हो पाएँगे। पारिवारिक सहयोग नहीं मिल सकेगा।
वृश्चिक
व्यावसायिक सफलता से हर्ष होगा। सैर-सपाटे के योग बनेंगे। जीवनसाथी की मदद कार्यों में मिलेगी। सामाजिक सम्मान बढ़ेगा। दुस्साहस हानिकर हो सकता है।
धनु
प्रिय व्यक्ति से भेंट होगी। अधिकारी, कर्मचारियों के मध्य आपका महत्व बढ़ेगा। आवास की समस्या हल होगी। व्यापार अच्छा चलेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
मकर
कार्य-व्यवसाय में इच्छित स्थिति, लाभ होने के योग हैं। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। संतान की उन्नति-प्रगति होगी। कानूनी विवादों का निपटारा आपके पक्ष में संभव।
कुंभ
शुभ समाचार उत्साह बढ़ाएँगे। बौद्धिक चिंतन से आशंकाएँ दूर होंगी। व्यापार में नए प्रस्तावों से लाभ के योग बनेंगे। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें।
मीन
विश्वसनीय व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। सुख के साधनों की प्राप्ति या क्रय करने का योग बनेगा। व्यापार अच्छा चलेगा। माता से विवाद हो सकता है।

शनिवार, 23 जनवरी 2010

सामयिक

बच्चों में बढ़ती आत्महत्याएँ
NDमासूम सा मन, कोमल तन और कच्ची-पक्की सैकड़ों अनुभूतियाँ। यह बचपन की नाजुक परिभाषा हो सकती है मगर लगातार बढ़ती आत्महत्या और घर से भाग जाने की मार्मिक घटनाओं के मद्देनजर यह परिभाषा रूप बदलने लगी है। लगने लगा है मानो हँसता-खिलखिलाता गुनगुनाता बचपन अब ना मासूम रहा, ना कोमल। वरना कैसे और किस तरह से मौत जैसी भयावह खाई की तरफ वह बढ़ने लगा है। कहीं जाने-अनजाने बदलता परिवेश, बढ़ती महत्वाकांक्षाएँ, अपनी ही बगिया के सुकोमल फूल से निरंतर बढ़ती कँटीली अपेक्षाएँ ही तो इनकी मौत का कारण नहीं?

जरा एक गहरी नजर अपने ही आँगन के उस मध्यमवर्गीय बचपन पर डालिए, जो आपकी नजर में लापरवाह और शरारती हो सकता है मगर अपने अंतर में ना जाने कितने तनाव और दबाव के कैक्टस लिए घुम रहा है। एक तरफ ‍निरंतर बढ़ती महँगाई की वजह से उसे कई तरह के अभावों का सामना करना पड़ता है, दूसरी तरफ उसे अपने परिवार की थोपी गई अपेक्षाओं को भी जीवित रखना है। ये बचपन अपने मन की भावुक इच्छाओं और किलकती उमंगों का दमन करते हुए,पारिवारिक महत्वाकांक्षाओं और जिम्मेदारियों का बोझ लादे कब बालक से किशोर और किशोर से युवा हो जाता है, समझ ही नहीं पाता। एक तरफ उच्च उपभोक्तावादी समाज का फैलाव और दूसरी तरफ अपने वजूद को खोजने की छटपटाहट, इन दोनों के बीच सिमटता-सिकुड़ता नन्हा बालक।

NDरिवार, विद्यालय, दोस्त, टीवी, गेम्स, शारीरिक बदलाव, प्रतियोगिताओं की होड़ और खुद को अलग व अनूठा साबित करने की व्यग्रता, एक अकेला वह और उसे समझने वाला कोई नहीं, इन सारे झमेलों से वह कैसे निपटे? आखिरकार कच्चे कोमल मन पर पड़ जाती है किसी भी ऐसे मीडिया संदेश की छाप जो उसके लिए नहीं थी, उसकी समझ के लिए नहीं थी मगर उसे यह बात समझाने वाला कौन? कोई नहीं। यही वजह है कि फिल्म 'थ्री इडियट्स' के सीधे और सार्थक संदेश को नादान मन सही रूप में ग्रहण नहीं कर पाया। मुंबईClick here to see more news from this city में बढ़ती बाल-आत्महत्याएँ एक चेतावनी देती है कि हमें अपने बच्चों को फिल्म ' देखने का प्रशिक्षण' देना ज्यादा जरूरी है बजाय फिल्मों पर आरोप-प्रत्यारोप के।

बिगड़ते हालात सिर्फ मध्यमवर्गीय बचपन को ही चपेट में नहीं ले रहे बल्कि इसका शिकार वह ऐश्वर्यशाली बचपन भी है जो मुँह में चाँदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ है। यह कम आश्चर्य का विषय नहीं है कि यह भी शोषित है। इन पर भावनात्मक दबाव इतना ज्यादा होता है कि कई बार ये अपना मानसिक संतुलन खो बैठते हैं। हर उच्च अभिजात्य वर्ग के अभिभावक की यह तमन्ना होती है कि उनका बच्चा ना सिर्फ औरों से अलग हो बल्कि उनके मुकाबले कहीं अधिक बढ़-चढ़ कर हो।
NDमामला चाहे परीक्षा के अंकों का हो या पहनने-ओढ़ने का, बच्चा उनके लिए स्टेटस का प्रतीक होता है। अपने बच्चे को भरपूर सुविधा और प्रचुर साधन उपलब्ध कराते हुए ऐसे पालक उन्हें यह याद दिलाना नहीं भूलते कि उन्हें क्या बनना है। और इतने संसाधन उन्हें फलाँ कुछ बनने के लिए ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बच्चों के ऊपर यह सब एक अहसान की तरह लादा जाता है। जिसके बदले में किसी बड़ी नौकरी या पद की लालसा भी संजोई जाती है। यानी व्यावसायिकता अब खून के रिश्ते में भी अपनी पैठ बना चुकी है। ये बचपन किसी उच्च पद की आकांक्षा को सामने रख कर जुट जाता है। अथक प्रयत्नों के साथ बिना यह जाने कि उनकी अपनी योग्यता क्या है? क्षमता और अरमान क्या है?
आज बच्चे का सर्वगुण संपन्न होना अनिवार्य आवश्यकता हो गई है। बच्चे को यदि एक क्षेत्र में महारत हासिल है तो उससे अपेक्षा की जाती है कि अन्य क्षेत्रों में भी वह दक्षता हासिल करे। संगीत, कला, साहित्य, खेल, रचनात्मक योग्यता, सामान्य ज्ञान ये सारी पाठ्येत्तर गतिविधियों में तो वह कुशाग्र हो साथ ही वह विनम्र और आज्ञाकारी भी बना रहे। और अनुशासन तो आवश्यक है ही। ऐसे में ये गुलाबी नवांकुर सामाजिकता और व्यावहारिकता की जड़ें पकड़ ही नहीं पाते है और कर बैठते हैं ऐसा कुछ,जो जीवन भर के लिए माता-पिता का नासूर बन जाता है।
NDक्यों नहीं पढ़ पाते हम अपने ही बच्चों की आँखों में किसी अज्ञात भय की आशंका और तनाव की महीन रेखाएँ। क्यों ग्रहण कर रहा है आज का बचपन ऐसा नकारात्मक संदेश जो उसके अपने ही भीतर अनजाने में कहीं हमने पनपा दिया है और फिल्म को देखते ही उसे अवसर मिल गया बाहर आने का। अगर ऐसा है तो हमें एक ईमानदार को‍शिश करनी होगी अपनी ही संतानों के मन पढ़ने की। हमें 'स्पेस' देना होगा उनकी उड़ान को वरना जब वे हमारे बीच से 'उड़' जाएँगे किसी पंछी की तरह तब कुछ नहीं बचेगा, कुछ भी नहीं।

विचार मंथन

खेल भावना के खिलाफ यह गलत है। खेल खेल भावनाओं से होना चाहिए। इसमें राजनीति का स्थान नहीं। शुरू से हम यही सब सुन रहे हैं। यहां तक कि जब दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीति जारी थी, तब भी दुनिया का एक बड़ा तबका इस बात की वकालत करता था कि दक्षिण अफ्रीका के राजनेताओं की करतूत को आखिर खिलाड़ी क्यों भुगतें! जब दो देशों के रिश्ते बेहतर नहीं होते तो इन्हें बेहतर बनाने के लिए आमतौर पर खेलों का सहारा लिया जाता है। भारत और पाकिस्तान के संबंध में तो यह अकसर देखा गया है। जब दोनों देशों के रिश्ते सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे, तब भी खेलों के लिए थोड़ी-सी गुंजाइश बाकी थी। जिया-उल-हक जैसे तानाशाह भी सेकेंड ट्रैक डिप्लोमेसी के चलते भारत में क्रिकेट मैच देखने का लुत्फ उठा चुके हैं। फिर ऐसा क्यों किया गया कि आईपीएल जैसे अनधिकृत अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाडि़यों की बोली न लगाकर उन्हें अपमानित किया गया। यह फूहड़ता क्रिकेट के बाजारू विस्तार की है या फिर आईपीएल की टीमों के मालिकों को साउथ ब्लाक से कोई संदेश गया था कि पाकिस्तानी खिलाडि़यों की अनदेखी की जाए।

पाकिस्तानी खिलाडि़यों का गुस्सा स्वाभाविक है। 19 जनवरी को मुंबई में दुनियाभर के क्रिकेटरों की मंडी लगी और इसमें जिस तरह से ट्वेंटी-20 के व‌र्ल्ड चैंपियन पाकिस्तानी खिलाडि़यों की अनदेखी की गई, उससे कोई भी खेल प्रेमी आहत हो सकता है। क्या सचमुच इस हद तक नीचे गिरने की जरूरत थी? अगर हमें पाकिस्तान के शासकों से शिकायतें हैं तो इससे सियासत के स्तर पर ही निपटा जाना चाहिए। अगर यह फैसला आईपीएल टीमों के मालिकों का है तो सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। अगर साउथ ब्लाक ने इस संबंध में कोई संदेश दिया है तो हमें वाकई अपने उन नीति निर्माताओं पर तरस आना चाहिए जो इन दिनों हमारी विदेश नीति तय कर रहे हैं। क्या भारत की विदेश नीति इस कदर मूल्यहीन और खोखली हो चुकी है कि विरोध जताने के लिए उसे क्रिकेट जैसे खेल का सहारा लेना पड़े? शाहिद अफरीदी ने बिल्कुल सही कहा है कि मुंबई में जो बोली लगी उसमें जानबूझकर पाकिस्तान और पाकिस्तानी खिलाडि़यों को अपमानित किया गया। कोई भी खेल प्रेमी ईमानदारी से यह महसूस कर सकता है। आईपीएल टीमों के मालिक भले यह कहें कि उन्होंने पाकिस्तानी खिलाडि़यों की अनदेखी इसलिए की क्योंकि उनका खेलना संदिग्ध था या उनकी उपलब्धता सुनिश्चित नहीं थी। मगर यह तर्क तो आस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों के संबंध में भी दिया जा सकता था। आईपीएल टीमों के मालिक यह नहीं कह सकते कि उन्होंने इस आशंका से पाकिस्तानी खिलाडि़यों की अनदेखी की क्योंकि उन्हें लग रहा था कि शायद भारत सरकार उन्हें वीजा न दे। सरकार के किसी कामकाज पर इस तरह से सोच लेने का हक किसी निजी टीम के मालिक को नहीं होना चाहिए। आखिरकार, आईपीएल टूर्नामेंट महज बीसीसीआई का निजी मसला नहीं है। इसके राष्ट्रीय सरोकार भी हैं। अगर ऐसा न हो तो बीसीसीआई इस टूर्नामेंट के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए सरकार पर निर्भर न रहे। फिर वह ऐसा एकतरफा फैसला कैसे कर सकती है जिसमें देश की प्रतिष्ठा और साख दांव पर लगी हो।

पाकिस्तानी खिलाडि़यों की अनदेखी, सिर्फ पाकिस्तानी खिलाडि़यों का ही अपमान नहीं है बल्कि यह क्रिकेट का भी अपमान है और क्रिकेट से जुड़ी उस साख का भी, जिसकी बदौलत इसे जेंटलमेन्स गेम कहा जाता है। यह भारतीय दर्शकों का भी अपमान है। आखिर कौन भूल सकता है कि आईपीएल के पहले टूर्नामेंट में जिस राजस्थान रायल्स ने खिताब जीता, उस टूर्नामेंट में मैन आफ द सीरिज सोहेल तनवीर थे। सोहेल तनवीर ही पहले खिलाड़ी थे, जिन्होंने ट्वेंटी-20 फार्मेट में पांच विकेट चटकाए थे। आप क्रिकेट को कूटनीति के नजरिए से नहीं देख सकते। न ही राजनीति की अपनी असफलताओं की कुंठा क्रिकेट से निकाल सकते हैं।

माना कि पाकिस्तान दुष्ट देश है, लेकिन यह राजनीतिक तर्जुमा है। क्रिकेट को इससे दूर रखें। इसे भावनाओं का उद्गार बना रहने दीजिए। नहीं तो कल को क्रिकेट से दिलचस्पी सरहदों के फायदे नुकसान का गणित बन जाएगी। भला कौन भारतीय क्रिकेट प्रेमी होगा जो शाहिद अफरीदी के छक्के और मोहम्मद सामी की गेंदबाजी की नई धार न देखना चाहता हो। आखिरकार पाकिस्तान ट्वेंटी-20 का विश्व विजेता है। आप पाकिस्तान या उनके खिलाडि़यों के साथ इस तरह का मजाक नहीं कर सकते। इसे यहीं रोक दीजिए वरना खेलों से भी सियासत की बू आने लगेगी।

आजादी की कीमत

अंग्रेज एक विश्वव्यापी संघर्ष में उलझे हुए है और इस संघर्ष के दौरान उन्होंने कई मोर्चो पर मात खाई है। इस तरह शत्रु के काफी कमजोर होने से आजादी के लिए हमारी लड़ाई उनसे बहुत आसान हो गई है, जितनी वह पांच वर्ष पहले थी। इस तरह का अनूठा और ईश्वर-प्रदत्त अवसर सौ वर्षो में एक बार आता है। इसीलिए अपनी मातृभूमि को ब्रिटिश दासता से छुड़ाने के लिए हमने इस अवसर का पूरा लाभ उठाने की कसम खाई है।..साथियों, एक वर्ष पहले जब मैंने आपके सामने कुछ मांगे रखी थीं तब मैंने कहा था कि यदि आप मुझे संपूर्ण सैन्य संगठन दें तो मैं आपको एक दूसरा मोर्चा दूंगा। मैंने अपना वह वचन निभाया है। हमारे अभियान का पहला चरण पूरा हो गया है। हमारी विजयी सेनाओं ने निप्योनीज सेनाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर शत्रु को पीछे धकेल दिया है और अब वे हमारी प्रिय मातृभूमि की पवित्र धरती पर बहादुरी से लड़ रही हैं। अब जो काम हमारे सामने है उन्हे पूरा करने के लिए कमर कस लें। मैंने आपसे धन और सामग्री की व्यवस्था करने के लिए कहा था। मुझे वे सब भरपूर मात्रा में मिल गए है। अब मैं आपसे कुछ और चाहता हूं।

जवान, धन, सामग्री विजय या स्वतंत्रता नहीं दिला सकते। हमारे पास ऐसी प्रेरक शक्ति होनी चाहिए जो हमें बहादुर व नायकोचित कार्यो के लिए प्रेरित करे। सिर्फ इस कारण कि अब विजय हमारी पहुंच में दिखाई देती है, यह सोचना कि आप जीते-जी भारत को स्वतंत्र देख ही पाएंगे, आपके लिए एक घातक गलती होगी। यहां मौजूद लोगों में से किसी के मन में स्वतंत्रता के मीठे फलों का आनंद लेने की इच्छा नहीं होनी चाहिए। एक लंबी लड़ाई अब भी हमारे सामने है। आज हमारी केवल एक ही इच्छा होनी चाहिए-मरने की इच्छा, ताकि भारत जी सके। एक शहीद की मौत मरने की इच्छा, जिससे स्वतंत्रता की राह शहीदों के खून से बनाई जा सके। स्वतंत्रता के युद्ध में मेरे साथियो! आज मैं आपसे एक ही चीज मांगता हूं-सबसे ऊपर मैं आपसे खून मांगता हूं। यह खून ही उस खून का बदला लेगा,जो शत्रु ने बहाया है। खून से ही आजादी की कीमत चुकाई जा सकती है। तुम मुझे खून दो और मैं तुम से आजादी का वादा करता हूं।

[सुभाष चंद्र बोस]

खास खबर

ये जूते खाने में आएगा मजा!
पेरिस। क्या आपने कभी जूते खाए हैं? यह पूछेंगे, तो किसी को भी गुस्सा आ जाएगा। लेकिन यहां सचमुच जूते खाने की बात हो रही है। ऐसे जूते, जिन्हें खाने के बाद कोई भी तारीफ किए बिना नहीं रह पाता।
दरअसल, फ्रांस की एक बेकरी ने महिलाओं के जूतों के आकार की चाकलेट बनाई हैं। जिन्हें खाने वाले कतई बुरा नहीं मानते और प्यार से मुस्कराते हैं।
चाकलेट का व्यवसाय करने वाली, फ्रांसेस कूले नाम की महिला के दिमाग में यह आइडिया आया। उसने जूतों साथ ही महिलाओं के हेंड बैग के आकार की भी चाकेलट बनाई हैं। उन्होंने जेबरा की धारियों की डिजायन में भी जूते बनाए हैं।
47 वर्षीय कूले ब्रिस्टल में क्लिफ्टन केक के नाम से बेकरी की कंपनी चला रही हैं। इन जूतों और हेंड बैग के आकार के चाकलेटों की कीमत 8.5 पौंड से 21 पौंड [करीब साढ़े छह सौ से डेढ़ हजार रुपये] तक है।
कूले ने बताया, इन चाकलेट को देखकर ग्राहक काफी आश्चर्य में पड़ जाते हैं। महिलाओं को देने के लिए ये एक उपयुक्त उपहार है। उन्होंने बताया, ये चाकलेट काफी जल्दी बिक जाती है। पिछले साल भी लोगों को ये काफी पसंद आई थीं।
मिसेज कूले ने दस साल पहले अपनी कंपनी की शुरुआत की थी। इससे पहले वह ग्राफिक डिजायनर के रूप में नौकरी करती थीं। लेकिन अपने केक और चाकलेट के शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी।
दो बच्चों की मां कूले अपने घर से ही इस व्यवसाय को चला रही हैं। इसके साथ ही वह शहर के 25 दुकानों को चाकलेट और केक की आपूर्ति करवाती हैं। उनके चाकलेटी जूतों के डिजायन इतनी में चर्चा है कि लंदन के कई बेकरी वाले भी इनको खरीदने में उत्सुकता दिखा रहे हैं।

बेचारा मुर्गा क्या
लंदन। मुर्गा अगर सुबह बांग न दे, तो कैसा मुर्गा? लेकिन ब्रिटेन में मुर्गे को बांग देने के कारण लोगों की नाराजगी का शिकार होना पड़ा। जिस दंपती ने इसे पाल रखा था, उनकी आस-पड़ोस के लोगों ने पर्यावरण अधिकारियों से शिकायत कर दी।
हुआ यह कि ब्रिटेन के रैम्सडीन इलाके में रहने वाले स्टीफन और लेना का मुर्गा सुबह के पांच बजे से ही बांग देने लगता था। मुर्गे की बांग से पड़ोसियों की नींद खराब होती थी। लेना के बगल में रहने वाले फिलिप और स्यू मेब ने तंग आकर स्थानीय पर्यावरण अधिकारी से शिकायत कर दी। उसके बाद पर्यावरण अधिकारियों ने मुर्गे की आवाज की तीव्रता को यंत्रों से मापा और जांच परख के बाद मुर्गे के मालिक लेना और स्टीफन को नोटिस थमा दिया।
41 वर्षीय लेना ने बताया पड़ोसियों की वजह से वह अपने मुर्गे कोलिन को कई बार घर से दूर छोड़कर आई। लेकिन वे हर बार वापस लौट आए। लेना का कहना है, अब समझ में नहीं आता कि कोलिन का क्या करें। लेना का कहना है कि उन्होंने इसके लिए कोलिन को कई बार मार भी लगाई। लेकिन वो अपनी मासूम आंखों से केवल उनको देखता रहता है। पर्यावरण अधिकारियों का कहना है कि लेना और स्टीफन ने अगर इस मुर्गे को सुबह बांग देने से नहीं रोका, तो उन्हें अदालती कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है। लेना को डर है कि कोलिन को कोई जान से न मार दे।


एक जगह जब जमा हों मोटे..
लंदन। अगर भारी भरकम शरीर वाले कई लोग एक ही कमरे में जमा हो जाए तो क्या होगा? मजाकिया लहजे में आपका जवाब होगा वहां भूचाल आ जाएगा। लेकिन यह वाक्या हकीकत में स्वीडन की एक वजन घटाने का दावा करने वाली क्लीनिक में हुआ।
अपने मोटापे से परेशान लोग इन दिनों वजन कम करने के लिए डायटीशियन की सलाह ले रहे हैं। स्वीडन की एक क्लीनिक में ऐसे कई मरीज एक साथ जमा हुए थे। मरीजों की संख्या को देखते हुए डायटीशियन ने उन्हें कतारबद्ध होने को कहा ताकि उनके वजन को नापा जा सके। उसी समय वहां पर जमीन से कुछ आवाज आने लगी, लोगों को लगा भूचाल आ गया है। सभी इधर उधर भागने लगे और चीखने चिल्लाने लगे। लेकिन थोड़ी बाद उन्हें एहसास हुआ कि भूचाल नहीं आया है। चारों तरफ निगाह दौड़ाने पर सभी उस समय भौंचक रह रह जब उन्होंने देखा यह भूचाल नहीं दरअसल, वजन ज्यादा होने के कारण कमरे के एक तरफ का फर्श धंस गया था।
आनन फानन में सभी को कमरे के बचे हिस्सों में फैलने को कहा गया। राहत की बात यह रही किसी को भी इसमें मामूली खरोंच तक नहीं आई। सभी को सुरक्षित वहां के गलियारों से निकाल दिया गया। हालांकि फर्श के जमीन में धंसने की जांच की जा रही है।

शुक्रवार, 22 जनवरी 2010

दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल -23.1.2010
मेष
अपरिचित व्यक्तियों का सहयोग आपमें विश्वास का संचार करेगा। लाभ के अवसर मिलेंगे और कार्यक्षमता बढ़ने से उत्साह बढ़ेगा। खर्चों में कमी का प्रयास करें।
वृष
स्थायी संपत्ति के कार्य में सफलता मिलेगी। धैर्य के कारण आपकी बड़ी से बड़ी आकांक्षा भी पूर्ण हो जाएगी। व्यापार में लाभकारी निर्णय ले पाएँगे। समय का दुरुपयोग नहीं करें।
मिथुन
धन की प्राप्ति के साथ प्रसिद्धिकारक योग भी बनेंगे। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। मकान की समस्या का हल निकलेगा। रुका पैसा मिलेगा।
कर्क
आपके कार्य की वृत्ति व्यावहारिक होने के साथ मानसिक श्रम प्रधान होना चाहिए। संतान की ओर से प्रगतिकारक सूचना मिलेगी। सावधानी व सतर्कता रखकर काम करें।
सिंह
नौकरी में अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक जीवन में आनंद की प्राप्ति के योग हैं। प्रयास में कमी नहीं करें। आर्थिक निवेश लाभदायी रहेगा। वाणी पर संयम जरूरी है।
कन्या
प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संपर्क बनेगा जो आपको प्रगति प्रदान करेगा। आजीविका के क्षेत्र में लाभ की संभावना है। खानपान का ध्यान रखें। मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
तुला
प्रयास आपके लिए सफलता प्रदान करेंगे। गृहस्थ जीवन का पूर्ण सहयोग मिलेगा। वाहन सावधानी से चलाएँ। सरकारी कार्यों से लाभ होने के योग बनेंगे।
वृश्चिक
सोचे हुए सभी कार्यों में शुभ परिणाम अपेक्षित हैं। कार्य की सफलता के कारण आपके यश व संबंधों में बढ़ोतरी होगी। निकटतम व्यक्तियों के व्यवहार पर ध्यान न दें।
धनु
रचनात्मक कार्य से आपकी प्रगति होगी। व्यापार के लिए दिन अनुकूल रहने की संभावना है। संपत्ति प्राप्त होने के भी योग हैं। व्यर्थ में संदेह न करें। स्व-निर्णय से कार्य करें।
मकर
मित्रों, भागीदारों से वाद-विवाद की स्थिति को टालें। गलत निर्णय आपको चिंता में डालेंगे। आर्थिक स्थिति के कारण मन में तनाव रहेगा। शत्रु आपके कार्यों में विघ्न डालेंगे।
कुंभ
राज्य पक्ष से लाभ होगा। लोगों से संपर्क बढ़ाकर अपनी योजनाएँ पूर्ण कर सकते हैं। यश, प्रशंसा एवं पुरुषार्थ बढ़ेगा। परिवार के वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
मीन
सामाजिक सम्मान एवं यश मिलेगा। उपयोगी वार्तालाप होगा। किसी समस्या का समाधान आपके प्रयासों से संभव है। व्यापार अच्छा चलेगा। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।

राष्ट्रीय

पुलिस के दबाव में कबूले गुनाह-कसाब

मुंबई। मुंबई हमले में अपनी भूमिका को स्वीकार करके चौंकाने के छह महीने बाद पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ने शुक्रवार को कहा कि उसने पुलिस के दबाव में आकर गत जुलाई में गुनाह कबूला था।
स्वाइन फ्लू से अब तक 1170 लोग मरे
नई दिल्ली। देश में एच1एन1 वायरस यानी स्वाइन फ्लू का संक्रमण जारी है। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में स्वाइन फ्लू से 2 लोगों की मौत होने से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1170 हो गई और 47 नए मामलों की पुष्टि होने से इस तरह के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 28 हजार 512 पहुँच गई है।

संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा 24 फरवरी को
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) आगामी 24 फरवरी को देश भर के 41 केंद्रों पर संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा (एक) 2010 आयोजित करेगा।

अशोक चव्हाण को चुनाव आयोग का नोटिस
नई दिल्ली। चुनावों के दौरान पैसे देकर मीडिया में अपने पक्ष में खबर छपवाने (पेड न्यूज) के चलन पर चिंता व्यक्त करते हुए चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को नोटिस जारी किया है। चव्हाण के खिलाफ शिकायतें हैं कि उन्होंने विधानसभा चुनावों के दौरान अपने पक्ष में खबरें प्रकाशित करवाने के लिए समाचार-पत्रों को कथित रूप से पैसे दिए।

नसीर की बात सुनी जानी चाहिए : अमिताभ
नई दिल्ली। बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन की राय है कि जब नसीरुद्दीन शाह जैसा कलाकार कुछ कहता है तो उनकी बात खामोशी और पूरे सम्मान के साथ सुनी जानी चाहिए।

विचार मंथन

क्या गंगा के प्रवाह की चिंता असली है?

हाल ही में केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री जयराम रमेश ने गंगा नदी की अविरलता बरकरार रखने का आश्वासन देते हुए कहा है कि गंगा नदी पर अब नए बाँध नहीं बनेंगे तथा उत्तराखंड में जिन पनबिजली परियोजनाओं पर काम शुरू नहीं हुए हैं, उन पर काम शुरू नहीं होंगे।

क्या यह सरकार का महज एक मौखिक आश्वासन है या फिर सरकार वास्तव में गंगा जैसी नदियों के अविरल प्रवाह को लेकर चिंतित है? सवाल यह भी उठता है कि गंगा पर जो बाँध अब तक बन चुके हैं अथवा जो निर्माणाधीन हैं उनसे नदी के अविरल प्रवाह और जल की गुणवत्ता पर जो प्रतिकूल असर पड़ रहे हैं उनका क्या?

उल्लेखनीय है कि देश के ऊर्जा राज्य के रूप में प्रचारित उत्तराखंड में इस समय निर्मित, निर्माणाधीन व प्रस्तावित कुल पनबिजली परियोजनाओं की संख्या 343 से 540 तक है! इनसे गंगा और उसकी सहायक नदियों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है!


NDनदी का अविरल प्राकृतिक प्रवाह बहुत महत्वपूर्ण व निर्णायक भूमिका निभाता है। यह न केवल अपनी जलराशि, बल्कि साथ बहाकर लाई गई उपजाऊ पोषक तत्व युक्त मिट्टी से उत्तर भारतीय मैदानों को निर्मित करता है, सींचता है और वहाँ खेती संभव बनाता है।

अविरल प्रवाह अवरुद्ध हो जाने और बाँधों द्वारा पर्यात जलराशि न छोड़े जाने से डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में जलसंकट उत्पन्न हो जाता है। नदी जहाँ पर सुरंगों में कैद हो जाती है; वे इलाके भी जलसंकट का सामना करते हैं। नदी का अविरल प्रवाह मछलियों के सहज आवागमन के लिए भी जरूरी है। बाँधों का प्रतिकूल प्रभाव मछुआरों, नाविकों, किसानों, स्थानीय रेत-बजरी ढोने वालों आदि की आजीविका पर भी पड़ता है।

इसके अलावा पहाड़ों-चट्टानों से टकरा-टकराकर, कभी घुमावदार तो कभी ऊँचे-नीचे रास्तों से होकर बहती, मार्ग में वनस्पतियों व खनिज-चट्टानों के संपर्क में आती, हवा-धूप का स्पर्श पाती नदी का यह अविरल प्रवाह ही इसके जल की गुणवत्ता को सुनिश्चित करता है।

जलाशयों में रुके हुए अथवा सुरंगों में बंद पानी में नदी के जल जैसी गुणवत्ता हो ही नहीं सकती। 'बहता पानी निर्मला' और 'बहता पानी रमता जोगी' जैसे मुहावरे और कहावतें लोकमानस में बैठे पानी की गुणवत्ता को ही व्यक्त करते हैं।

नदी रोक कर कुछ वर्षों के लिए ऊर्जा तथा हरित क्रांति जैसे लक्ष्यों को अदूरदर्शी ढंग से हासिल करने की कोशिश भले ही की गई हो, लेकिन उस कोशिश से हजारों-लाखों जिंदगियाँ तबाह भी हुई हैं।

हजारों लोगों को विस्थापित करके बने टिहरी बाँध के जलाशय के निकट के कई गाँव जलाशय के पानी के प्रभाव के कारण अब भू-स्खलन और भू-धँसाव की समस्या झेल रहे हैं और उनके अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है! टिहरी जलाशय के आसपास बसे लोग जल की घटिया गुणवत्ता व जलाशय से उठती दुर्गंध की शिकायत कर रहे हैं।

मनेरी भाली पनबिजली परियोजनाओं के डाउनस्ट्रीम में बसे लोग नदी में प्रायः कम पानी छोड़े जाने के कारण जलसंकट की स्थिति का सामना कर रहे हैं। सुरंगों के निर्माण के दौरान हुए विस्फोटों से कई गाँवों के घरों में दरारें आ गई हैं और यहाँ के पहाड़ी जलस्रोत नष्ट हो गए हैं। निर्मित सुरंगों से रिसाव की समस्या सामने आ रही है।

स्थानीय लोगों से उनके नदी घाट, जंगल, चरागाह तक छिन गए हैं। पहाड़ों की बात यदि छोड़ दें तो आगे गंगा पर बने फरा बैराज में भी गाद जमाव की समस्या उजागर हो रही है और यह बैराज मछलियों के सहज आवागमन में भी बाधा उत्पन्ना कर रहा है।

उत्तराखंड में गंगा पर निर्माणाधीन बाँधों ने भी कम समस्या पैदा नहीं की। फिलहाल स्थगित किए गए लोहारीनाग पाला प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों के दौरान यहाँ कई गाँवों के जल स्रोत नष्ट हो गए और कई घरों में दरारें आ गईं।

अलकनंदा नदी पर निर्माणाधीन हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य का मलबा या तो इस नदी में गिराया जा रहा है या नदी तट पर! चारों ओर प्रदूषित धूल फैली है जिससे स्थानीय लोग बीमार हो रहे हैं।

हाल ही में इस निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का कॉफर बाँध टूट ही गया था, जिससे नदी का जलस्तर अचानक बहुत बढ़ जाने से आसपास के क्षेत्रों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया था। इन तमाम निर्माणाधीन परियोजनाओं से विस्थापित व प्रभावित होते कई लोगों में पुनर्वास, मुआवजे, रोजगार को लेकर असंतोष व्याप्त है।

गंगा के अविरल प्रवाह और गंगा तटवासियों के हित का दावा करने वाली सरकार को इन निर्माणाधीन परियोजनाओं पर भी रोक लगाना चाहिए और निर्मित बाँधों पर भी पुनर्विचार किया जाना चाहिए।

गुरुवार, 21 जनवरी 2010

ख़ास खबर

कभी देखा है सफेद हिरन रोम। सफेद बाघ और सफेद भालू के बारे में तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या आपने कभी सफेद हिरन देखा है। अगर नहीं तो इसके लिए आपको इटली के जंगलों में जाना होगा।

इटली की डोलोमाइट क्षेत्र की पर्वत श्रृंखलाओं के जंगलों में सफेद हिरन पाया गया है। हिरन का ये छोटा-सा बच्चा अपनी मां के साथ जंगलों में देखा गया। मजे की बात यह है कि इसके मां-बाप में से कोई भी सफेद नहीं है। उनका रंग एक सामान्य हिरन की तरह हल्का पीला है।

विशेषज्ञों की मानें तो इस हिरन को एलबिनिस्म नाम की बीमारी है। इस बीमारी में शरीर में पाया जाने वाला आवश्यक तत्व मेलानिन न के बराबर होता है। जिसमें पूरा शरीर सफेद होता है। ये बीमारी मनुष्यों में काफी आम है। इसमें शरीर के लिए सूर्य की रोशनी नुकसानदायक होती है।

ब्रिटेन के फोटोग्राफर ने इस नन्हे सफेद हिरन की अठखेलियों को अपने कैमरे में कैद किया। इटली के वन अधिकारियों ने इस हिरन को जंगलों से हटाकर सरकारी संरक्षण में रखने का आदेश दिया है। क्योंकि उन्हें डर है कि जंगल में कहीं ये दुर्लभ हिरन शिकारियों का शिकार न बन जाए। उसके साथ उसकी मां को भी सरकारी संरक्षण में रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि वे नहीं चाहते कि इस हिरन का हाल भी हालीवुड की चर्चित फिल्म बांबी के हिरन जैसा हो जिसमें हिरन के छोटे से बच्चे को उसकी मां से जुदा कर दिया गया था, उसके बाद उसकी मां को शिकारियों ने अपना निशाना बना लिया था।

स्थानीय पुलिस अधिकारी जिमारिया सोमाविला ने बताया, यह बहुत ही दुर्लभ प्रजाति है। आखिरी बार कई दशकों पहले सफेद हिरन देखा गया था।

अब बिस्तर भी गर्म परोस रहा होटल!
ब्रिटेन। अभी तक तो होटल ताजा और गर्म भोजन परोसने के दावे करके ग्राहकों को लुभाते थे, परंतु ब्रिटेन की एक होटल चेन ने अपने यहां ठहरने वालों को गर्म बिस्तर की सुविधा भी पेश की है। इस होटल ने अपने यहां बेड वार्मर नियुक्त किए हैं। जो कमरे में ठहरने वाले व्यक्ति के सोने से पहले उसके बिस्तर में जाकर लेटेंगे और बिस्तर को गर्म करेंगे।

यह पढ़कर आपको अजीब लगा होगा कि किसी अनजान व्यक्ति के लेटने के बाद आप उस बिस्तर में कैसे सो पाएंगे। परंतु चिंता न करें। बिस्तर की ठंडक सोख लेने वाले ये बैड वार्मर एकदम साफ सुथरे और सभ्य होंगे। होटल यह सेवा जनवरी के अंत से शुरू करने जा रहा है।

बताया गया है कि ये कर्मचारी हर वक्त स्लीपर सूट पहनकर सेवा में हाजिर रहेंगे। जैसे ही किसी मेहमान को कमरे में सोने के लिए जाना होगा, उससे पहले ये बैड वार्मर 5 से 15 मिनट में बिस्तर को गरम कर देगा। ब्रिटेन में एडिनबर्ग स्लीप सेंटर के निदेशक क्रिस इजीकोस्की के अनुसार, लोगों को बेहतर नींद देने के लिए यह नया तरीका ईजाद किया गया है।

उन्होंने कहा, इस बात के वैज्ञानिक सबूत हैं कि जब हम रात को सोते हैं, तो शरीर का तापमान धीरे-धीरे गिरने लगता है क्योंकि शरीर के खुले भागों जैसे हाथ, चेहरा, पैरों के तलवे से शरीर की ऊष्मा निकलती है।

क्रिस का कहना है कि 20 से 24 डिग्री सेल्सियस तापमान वाला गरम बिस्तर सोने के लिए एकदम ठीक है। ब्रिटेन में शरीर को जमा देने वाली ठंड के लिए इसे उपयुक्त बताया गया है। होटल के प्रवक्ता का कहना है, बिस्तर को गरम करने का यह तरीका एक विशाल गरम पानी की बोतल को बिस्तर के अंदर रखने जैसा है। जनवरी के अंत तक लंदन और मेनचेस्टर में इसकी शुरुआत हो जाएगी।

ये आंखें डराने के लिए हैं लंदन। हालीवुड फिल्मों की तरह उनके दर्शक भी कुछ न कुछ नया और क्रिएटिव करने की जुगत में लगे रहते हैं। हारर फिल्मों के शौकीन ऐसे ही एक दर्शक ने आंखों को डरावना रूप देने के लिए लेंसों पर कारीगरी की है। जिन्हें देखने भर से ही दिल दहल जाए।

जी हां, केविन कार्टर नाम के शख्स ने आंखों पर लगाए जाने वाले लेंसों पर महीन कारीगरी करके डरा देने वाले डिजायन बनाए हैं। इन लैंसों की कीमत करीब 500 पौंड [करीब 38 हजार रुपये] है। उन्हें प्रत्येक लेंस पर रंगीन करीगरी में करीब दो दिन का समय लगा।

उन्होंने महीन ब्रश की मदद से इन लेंसों पर तमाम तरह की डिजायनें बनाई हैं। इसमें प्रयोग किए जाने वाले रंगों को भी जांच के बाद इस्तेमाल किया गया है। ये रंग आंखों को नुकसान पहुंचाए बिना उन्हें डरावने रूप देंगे। इनमें से एक लेंस के ऊपर व्हेल के पैने दांतों का नमूना पेश किया गया है तो दूसरे के ऊपर राक्षस की लाल आंखों जैसी डिजायन बनाई गई है। इनमें सबसे महंगा लेंस वो है जिसको लगाने के बाद आंखों का रंग नीले से भूरे में बदलता दिखाई देता है।

कार्टर कभी फिल्मों के मेकअप आर्टिस्ट बनना चाहते थे लेकिन ये हो न सका और उन्होंने अपने पिता के लेंसों के धंधे को ही आगे बढ़ाया और वो इसी दिशा में कुछ न कुछ नया करते रहते हैं। कार्टर ने उनके लेंस खरीदने वाले ग्राहकों को निर्देश दिए हैं कि लेंस खरीदने से पहले डाक्टर की सलाह अवश्य लें। ये लेंस देखने में भले डरावने लगें, मगर इस्तेमाल में सुविधाजनक हैं।


यह बल्ब जल रहा है 109 साल से
लंदन। कोई बल्ब कितने दिन तक जल सकता है? अधिकतम तीन-चार साल। ठीक से रखरखाव करने पर यह समय सीमा कुछ समय और बढ़ सकती है। लेकिन कैलिफोर्निया के लिवरमोर के एक अग्निशमन स्टेशन में एक बल्ब पिछले 109 साल से लगातार रोशनी दे रहा है।

सेंटेनियल लाइट के नाम से जाना जाने वाले इस बल्ब को 1901 में लगाया गया था। सबसे ज्यादा दिनों तक जलने वाला बल्ब गिनीज बुक व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स में दर्ज हो चुका है।

इस बल्ब की अपनी एक बेवसाइट भी है जिसमें उसके हजारों चाहने वाले लोगों के नाम दर्ज है। हजारों किमी लोग दूर से लोग इस नन्हें आश्चर्य को देखने आते हैं। इस बल्ब को फ्रांसीसी मूल के वैज्ञानिक एडोल्फ शैले ने डिजायन किया था। सेंटेनियल लाइट जैसे बेहतरीन बल्ब को डिजायन करने के बाद भी शैले को बल्ब के जनक माने जाने वाले थामस अल्वा एडीसन जैसी शोहरत नहीं मिल पाई।

बल्ब की देखभाल करने वाले स्टीव बन कहते हैं कि सेंटेनियल लाइट इस बात का सूचक है कि पूर्व में आज से बेहतर चीजें बनाई जा चुकी हैं। हालांकि यह बात दीगर है कि ऐसी चीजें दोबारा नहीं बनाई गईं। हमने उच्च वोल्टेज पर कई बल्बों के परीक्षण किए और वे चलते बने। लेकिन शैले के डिजायन किए, इस बल्ब की रोशनी लगातार बढ़ती चली गई।

हाल ही में बन को आर्कटिक क्षेत्र (उत्तरी ध्रुव) से एक संदेश प्राप्त हुआ है। इसके मुताबिक यह बल्ब दुनिया के लिए प्रकाश स्तंभ की तरह है जो अंधेरे और निर्जन स्थानों में भी हमारे अंदर प्रकाश का संचार करता है। यह बल्ब तब से जल रहा है जब मेरे दादा-दादी बच्चे थे। यह अपने आप में सुखद है। उल्लेखनीय है कि 1879 में थामस अल्वा एडीसन ने पहली बार फिलामेंट की मदद से लाइट बल्ब बनाया था, जो साढ़े तेरह घंटे जला। हालांकि कुछ महीनों बाद एडीसन ने दूसरा बल्ब बनाया जो 1200 घंटे जला।

राशिफल

22 जनवरी 2010 शुक्रवार का पंचांग संवत शुभकृत 2066, शके 1931 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शिशिर ऋतु, माघमास शुक्लपक्ष, सप्तमी 28 घंटे 10 मिनट तक, तत्पश्चात षष्ठी रेवती नक्षत्र, 22 घंटे 50 मिनट तक, तत्पश्चात अश्विनी नक्षत्र, सिद्धि योग 25 घंटे 20 मिनट तक तत्पश्चात साध्य योग मीन में चंद्रमा 22 घंटे 50 मिनट तक तत्पश्चात मेष में।
पर्व एवं त्यौहार: अचला सप्तमी
विशेष:पंचक 22 घंटे 50 मिनट तक
आज का राहुकाल:दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक
मेष
पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन, सम्मान में वृद्धि होगी। शिक्षा प्रतियोगिता में चल रहे प्रयास फलीभूत होंगे। आर्थिक प्रगति होगी। यात्रा देशाटन की स्थिति सुखद व उद्देश्यपूर्ण होगी।

वृष
सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यावसायिक मामलों में प्रगति होगी। यात्रा देशाटन की संभावना। उपहार, सम्मान की दिशा में प्रगति होगी। किसी कार्य के सम्पन्न होने से आपके प्रभाव में वृद्धि होगी।

मिथुन

संबंधित अधिकारी के कृपापात्र होंगे। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। उपहार या सम्मान का लाभ मिलेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहे। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

कर्क
आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। बहुप्रतीक्षित कार्य के सम्पन्न होने से आपके प्रभाव व वर्चस्व में वृद्धि होगी। जीवनसाथी का सहयोग व सानिध्य मिलेगा। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

सिंह
आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। उपहार या सम्मान का लाभ मिलेगा। जीवनसाथी का सहयोग व सानिध्य मिलेगा, लेकिन व्यर्थ की उलझनें भी रहेगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

कन्या

भागदौड़ रहेगी, स्वास्थ्य की दिशा में प्रगति होगी। व्यावसायिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। उपहार या सम्मान का लाभ मिलेगा। व्यावसायिक योजना को बल मिलेगा।

तुला

सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। रुका हुआ कार्य सम्पन्न होगा, लेकिन अधिनस्थ कर्मचारी व सहयोगी के कारण परेशानी मिलेगी। स्वास्थ्य व प्रतिष्ठा के प्रति सचेत रहे। निजी संबंधों में निकटता आयेगी।

वृश्चिक
व्यवसाय की दिशा में प्रगति होगी। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। किसी कार्य के सम्पन्न होने से आपके प्रभाव तथा वर्चस्व में वृद्धि होगी। रचनात्मक कार्य फलीभूत होंगे।

धनु
मकान, सम्पत्ति व वाहन की दिशा में चल रहे प्रयास फलीभूत होंगे। नए अनुबंध प्राप्त होंगे। व्यावसायिक मामलों में चल रहे प्रयास फलीभूत होंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी।

मकर

स्वास्थ्य में सुधार होगा। धन, सम्मान, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी। जीविका के क्षेत्र में आशातीत सफलता मिलेगी। व्यावसायिक योजना को बल मिलेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। निजी संबंध प्रगाढ़ होंगे।

कुंभ

कुम्भ:- धन, सम्मान की दिशा में प्रगति होगी। पारिवारिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक मामलों में प्रगति होगी। धन, यश, कीर्ति में वृद्धि होगी। संबंधों में निकटता आयेगी। यात्रा सुखद व लाभप्रद होगी।

मीन

व्यावसायिक मामलों में लाभ मिलेगा। धन, सम्मान की दिशा में प्रगति होगी। पारिवारिक कार्यो में व्यस्तता रहेगी। किसी कार्य के सम्पन्न होने से आपके प्रभाव व वर्चस्व में वृद्धि होगी। भौतिक दिशा में चल रहे प्रयास फलीभूत होंगे।

सोमवार, 18 जनवरी 2010

दैनिक राशिफल 19.01.2010

दैनिक राशिफल 19.01.2010
मेष
विश्वसनीय व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। उन्नति पथ उज्ज्वल होगा। व्यापार में लाभ प्राप्ति के योग बनेंगे। गृह उपयोगी वस्तुएँ क्रय करेंगे। जल्दबाजी से काम न करें।
वृष
आत्मविश्वास बढ़ेगा। परिश्रम का पूरा फल मिलेगा। आमदनी में वृद्धि के योग हैं। यात्रा सुखद एवं सफलता देने वाली होगी। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप से बचें।
मिथुन
पुराने मित्रों, रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। व्यावसायिक सफलता से हर्ष होगा। जवाबदारी के कार्य ठीक से कर पाएँगे। क्रोध एवं उत्तेजना पर नियंत्रण रखें।
कर्क
स्वास्थ्य ठीक रहेगा। व्यापार अच्छा चलेगा। भौतिक सुख सुविधाओं की ओर रुझान बढ़ेगा। व्यक्तिगत समस्या हल होगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद होंगे।
सिंह
नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण एवं पदोन्नति होने की संभावना है। खर्चों में कमी का प्रयास करना चाहिए। सामाजिक कार्यों में संलग्न होंगे। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा।
कन्या
अनियमितता के कारण स्वास्थ्य प्रतिकूल हो सकता है। कार्य योजना के अनुसार नहीं हो पाएँगे। कार्य क्षेत्र में बाधाएँ आएँगी। आमदनी के अनुरूप ही व्यय करें।
तुला
मितव्ययिता के महत्व को भूलें नहीं। श्रेष्ठजनों से मेल होगा। व्यापारिक निर्णय समय पर लेने से लाभ की संभावना है। परिवार की उलझन खत्म होगी।
वृश्चिक
रुका पैसा प्राप्त होगा। कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रकट कर पाएँगे। व्यापार व्यवसाय अच्छा चलेगा। महत्वपूर्ण व्यक्तियों के संपर्क में आएँगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
धनु
व्यापारिक मामलों में जवाबदारी बढ़ेगी। संभावित नुकसान, परेशानी को नजरअंदाज न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी। परिवार की समस्या से तनाव बढ़ सकता है।
मकर
बौद्धिक चिंतन से आशंकाएँ दूर हो सकेंगी। अर्थ लाभ होगा। संतान की उन्नति खुशी को बढ़ाएगी। व्यापार में नई योजनाएँ क्रियान्वित होंगी। वाणी पर संयम रखें।
कुंभ
आपके द्वारा लिए गए निर्णय सही होंगे। व्यापार में आशानुरूप लाभ होने की संभावना है। वाहन चलाते वक्त सावधानी आवश्यक है। पारिवारिक जीवन खुशहाल रहेगा।
मीन
निजी प्रयास सार्थक होंगे। सुख के साधनों की प्राप्ति या क्रय करने के योग बनेंगे। आलस्य नहीं करें। व्यापार में नए अनुबंध होंगे। सामाजिक सम्मान मिलेगा।

विशेष टिप्पणी

संत कम ड्रामेबाज ज्यादा

कथित संत आसाराम बापू ने सागर की महापौर किन्नर कमला बुआ के लिए जिस शब्द का प्रयोग किया है वह पूरे किन्नर समाज और प्रजातंत्र का अपमान है जिस भाषा का प्रयोग किया गया वह भाषा संत की नहीं हो सकती आशाराम संत कम ड्रामेबाज ज्यादा है
पाठक अपनी राय जरुर देंवें

आसाराम विवाद में

अब किन्नरों की नाराजगी मोल ली आसाराम ने
अहमदाबाद। आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू एक बार फिर विवाद में फंस गए हैं। इस बार उन्होंने किन्नरों की नाराजगी मोल ले ली है। सोमवार को किन्नरों ने उनके विरोध में प्रदर्शन किया और उनसे माफी मांगने की मांग रखी। ऐसा नहीं करने पर उन्हें अदालत में घसीटने की धमकी भी दी। आसाराम ने एक प्रवचन में कथित रूप से खुले आम किन्नरों का मजाक उड़ाया और एक किन्नर नेता पर निजी आक्षेप किया था।
इसके विरोध में सोमवार को अहमदाबाद के मिर्जापुर इलाके में किन्नरों ने प्रदर्शन किया। इसकी अगुआई नेशनल यूथ फेडरेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष और अहमदाबाद की राजनीति में प्रभाव रखने वाली किन्नर सोन्या दे अजमेरी ने की। सोनिया ने कहा कि किन्नर समुदाय का सार्वजनिक रूप से मजाक उड़ाने के लिए आसाराम को माफी मागनी होगी। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें अदालत में इसका जवाब देना होगा।
आसाराम ने हाल ही में मध्य प्रदेश के उज्जैन में प्रवचन के दौरान सागर की किन्नर महापौर कमला बुआ पर व्यक्तिगत छींटाकशी वाली टिप्पणी की थी। यही नहीं, उन्होंने नकल करते हुए किन्नर समुदाय का मजाक भी उड़ाया था। सोन्या का कहना है कि आसाराम धार्मिक गुरू है, उन्हें ऐसी हरकत शोभा नहीं देती और उन्होंने ऐसा करके मानवता का मजाक उड़ाया है।

जुलाई 2008 में अहमदाबाद के मोटेरा स्थित आसाराम आश्रम के दो बच्चों - दीपेश और अभिषेक - की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत के बाद से आसाराम लगातार विवादों में रहे हैं। उन पर अहमदाबाद, सूरत, हिम्मतनगर तथा नवसारी स्थित आश्रम के लिए जमीन अतिक्रमण करने का भी आरोप है। वह पूर्व सहयोगी राजू चाडक पर जानलेवा हमला करवाने के भी आरोपी हैं।

शनिवार, 16 जनवरी 2010

साहित्यिक कृतियां

जादूगरनी

दीदी की सगाई के दिन हम अपने नये कपडे पहनकर इतरा रहे थे। हमें देखकर वह नाक-भौं सिकोडकर बोली, अरे भगवान जी ने मुझे सोने की एक फ्राक दी थी जिस पर हीरे के बटन लगे हुए हैं। दिखाओ-दिखाओ! हमारे पूछने पर मीनू चंद लम्हे कुछ बोल न सकी।

मैं तुम लोगों को जरूर दिखाती, क्या करूं? भगवान जी ने मना किया है। मैंने सोने की फ्राक पहनकर फोटो खिंचवायी है। जब आ जाएगी तुम लोगों को जरूर दिखाऊंगी। उसकी बात सुनकर हमारे चेहरे उतर गये। हमने कभी सोने की फ्राक नहीं देखी थी। कितनी अच्छी लगती होगी?

मैं मीनू के घर पहुंची। मीनू ने चुपके से मेरे हाथों पर एक पीपल का पत्ता रख दिया। मेरे चेहरे पर नासमझी के भाव उभरे। किसी को दिखाना नहीं। जब तुम अकेले में मुझे दिल से पुकारोगी कि आओ मीनू मुझसे बात करो, इस पत्ते में मेरा चेहरा नजर आएगा। मैंने कृतज्ञता से मीनू की ओर देखा और वह पत्ता संभालकर रख लिया। पत्ता लेकर मैं पपीते के पेड के नीचे पहुंची। देर तक पत्ते को हाथ में लेकर पुकारती रही, आओ, मीनू मुझसे बातें करो। कुछ नहीं दिखा। फिर मैंने चिल्लाना शुरू कर दिया।

मैं तो पत्ते में से तुम्हें देखा करती थी। तुम मुझे दिल से याद नहीं करती थी। इसलिए मैं तुम्हें दिखाई नहीं दी। उसके इस उत्तर ने मुझे निरुत्तर कर दिया। जब मीनू मुझे देख पा रही थी तो मैंने ही उसे दिल से याद नहीं किया होगा। वे हमारी जिंदगी के सबसे अच्छे दिन थे, जब हमारी मासूमियत उरूज पर थी। हमने संदेह करना जाना ही नहीं था। बात आई गई हो गयी। मीनू के प्रति श्रद्धा बरकरार थी। सर्दियों में एक दिन मैं, रोहिणी और मीनू की छत पर रेलिंग से सटे बैठे थे। हम मीनू की बातों की चासनी में अच्छी तरह चिपक गये थे। भगवान जी ने बोला है कि अब तुम अपनी सहेलियों को भी उडनखटोले पर घुमा सकती हो। उसने खुशखबरी दी।

उसने पहला मौका मुझे दिया था, यह मेरे लिये गौरव की बात थी। तीन बार ताली बजाओ। उडनखटोला आ जाएगा। वह बोली। मैंने तालियां बजायी। उडनखटोला नहीं आया। वैसे नहीं, ऐसे बजाओ। उसने खास अंदाज में ताली बजाकर दिखाई। मैंने पूरे यत्न से तालियां बजायीं। फिर भी नहीं आया। मैं रुआंसी हो उठी। तुम सही से नहीं बजा रही हो। मीनू झुंझलाये हुए अंदाज में बोली। एक बार, दो बार.. दसियों बार तालियां बजायीं। दूर-दूर तक उडनखटोले जैसा कुछ नजर नहीं आ रहा था। मैं ताली बजाती हूं। उडनखटोला आ जाता है। तुम्हारे बजाने से नहीं आता। जरूर तुम्हारे दिल में खोट है। उसकी बात सुनकर मैं रोने लगी।

बहुत सालों बाद मैंने उस रोचक वाक्ये का जिक्र रोहिणी से किया, तुम दोनों मिलकर मुझे बेवकूफ बना रही थीं। मुझे क्या पता? जैसी तुम वैसी मैं! हम दोनों बेवकूफ बन रहे थे। उसने मासूमियत से जवाब दिया। हमारी शायरी करने की उम्र शुरू हो चुकी थी। हम जावेद अख्तर के गीतों को गुनगुनाया करते थे। मीनू मिर्जा गालिब की दीवानी थी। वक्त के साथ मिलने-जुलने का अंतराल बढा, जिसका सीधा असर हमारे ताल्लुकात पर हुआ। अब मैं बी-एस.सी. कर चुकी थी और मीनू बी.ए.। संयोगवश आस-पास के गांवों का परीक्षाकेंद्र हमारा डिग्री कॉलेज हुआ करता था। परीक्षा के समय हम अपने नोट्स लेकर आखिरी समय तक कुछ न कुछ पढते रहते थे। कॉलेज के गेट के सामने बस रुकती, उसमें से ढेर सारी लडकियां हास-परिहास करती हुई उतरतीं। मीनू सबसे अलग नजर आती थी। लम्बा कद, खूबसूरत बाल, गहरी आंखों वाला खुशी से गुलनार चेहरा.. वह मुझसे भी तुनककर बात किया करती थी। कॉलेज का परीक्षा हॉल बहुत बडा था, जिसमें तकरीबन पांच सौ बच्चे एक साथ बैठकर परीक्षा दिया करते थे। वह केंद्र अपनी पारदर्शी व्यवस्था के लिए सुविख्यात था।

इम्तिहान का आखिरी दिन था। पेपर खत्म होने के बाद किसी को घर जाने की जल्दी नहीं थी। बस रुकी, लडकियां बस में चढने लगीं। हम सभी मीनू की दबंगई देखकर हैरान थे। मीनू उस वक्त बिल्कुल जादूगरनी लग रही थी। अगर बस नहीं रुकती तो क्या होता? मीनू ड्राइवर को तोता बनाकर उडा देती या बस को दियासलाई का डिब्बा बना देती। मीनू से आखिरी मुलाकात उसकी सगाई के दिन हुई थी। अच्छे पडोसी होने के नाते मैं और रोहिणी सगाई में शरीक हुए। मीनू पूरे समय खामोश बैठी रही।

मेहमानों के जाने के बाद अनायास उसकी आंखों की कंदीलें दोबारा चमक उठीं। कुछ दिनों बाद पता चला कि मीनू गांव के एक विधर्मी लडके के साथ भाग गई। तब हमें सगाई के बाद की खुशी समझ में आयी क्योंकि, मेमसाहब पूरा माल-असबाब साथ लेकर भागी थी। बडा हंगामा हुआ। कोई मामूली लडकी यह कदम कतई नहीं उठा सकती थी। मीनू के भाइयों ने खोजबीन की तो पता चला कि लडका अरब देश चला गया। हमें पूरा विश्वास था कि मीनू अब तक बिक-बिका गई होगी। मति की मारी लडकी। उसने अपने दुर्भाग्य को खुद बुलावा दिया था। इसमें कोई क्या कर सकता है? ट्रैफिक के शोर ने मुझे फिर हकीकत की दुनिया में ला पटका। मीनू अभी भी ऑटो में बैठी थी। रह-रह कर हमारी नजरें एक-दूसरे से टकरा जाती और झेंपकर या नजरअंदाज कर वह दूसरी तरफ देखने लगती। उसका जादूगर भी साथ था। वह किसी सपनीली दुनिया का सुंदर-सजीला शहजादा लग रहा था। जाम खुला, वाहन अपनी-अपनी मंजिलो की ओर दौडने लगे। मीनू ने मुझे देखकर एक कटीली मुस्कान फेंकी और अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई। हां, मैं जादूगरनी ही थी जिसने अपने राजकुमार को हासिल करके ही दम लिया। मैं अपनी जन्नतनशीं दुनिया की मल्लिका हूं जहां मेरी सारी इच्छाएं पूरी होती हैं। उसकी मुस्कराहट में बस यही लिखा था जिसे मैं हर्फ -ब-हर्फ पढ सकती थी।

गुदगुदी

रमन (चमन से)- यार बता! लव मैरिज और अरेंज मैरिज में क्या फर्क है?
चमन- यार सिंपल! इतना भी नहीं जान‍ते....। लव मैरिज में आप अपनी गर्ल फ्रेंड से शादी करते हो और अरेंज मैरिज में आप किसी और की गर्ल फ्रेंड से शादी करते हो!
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दद्दू- क्या जम्मू-कश्मीर सेक्स कांड में उमर अब्दुल्ला का नाम लेना सही है। और उनका इस्तीफा देना कितना उचित है?
- यदि उमर साहब को विश्वास है कि उनके विरुद्ध आरोप गलत हैं अथवा सिद्ध नहीं किए जा सकते तो उनका तुरंत इस्तीफा देना विरोधियों को प्रभावी जवाब है।
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दद्दू, ये बेतहाशा बढ़ती हुई महँगाई कब जाकर रुकेगी?
दद्दू- गाँठ का सारा पैसा खत्म हो जाने पर।
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दद्दू- मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक पब उद्‍घाटन के अवसर पर कहा कि 'आपका भंडार भरा रहे, लोग आपके यहाँ आएँ, खूब पीएँ और पी-पीकर पड़े रहे। क्या यह उचित एवं शोभनीय है।
- जनता दिग्गी राजा के बयान को अन्यथा नहीं लें। पीकर मस्त रहने की यह सलाह तो उन्होंने अपने समर्थक छुटभैय्ये नेताओं के लिए की है जिनके पास अगले चुनाव तक कोई काम नहीं है।

दैनिक राशिफल

मेष
सोचे हुए सभी कार्यों में शुभ परिणाम अपेक्षित हैं। कार्य की सफलता के कारण आपके यश व संबंधों में बढ़ोतरी होगी। निकटतम व्यक्तियों के व्यवहार पर ध्यान न दें।
वृष
शुभ समाचार उत्साह बढ़ाएँगे। बौद्धिक चिंतन से आशंकाएँ दूर होंगी। व्यापार में नए प्रस्तावों से लाभ के योग बनेंगे। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें।
मिथुन
सम्मान में कमी के अवसर का संदेह कार्य की गति को प्रभावित करेगा। व्यापार में हानि होने की आशंका है। व्यर्थ खर्चों में वृद्धि होगी। धैर्य एवं सहनशीलता रखें।
कर्क
आसानी से काम होने की स्थिति नहीं रहेगी। वैचारिक असंतोष रहेगा। व्यापारिक सौदे आपके पक्ष में नहीं हो पाएँगे। पारिवारिक सहयोग नहीं मिल सकेगा।
सिंह
सामाजिक सम्मान एवं यश मिलेगा। उपयोगी वार्तालाप होगा। किसी समस्या का समाधान आपके प्रयासों से संभव है। व्यापार अच्छा चलेगा। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।
कन्या
आपके कार्य की वृत्ति व्यावहारिक होने के साथ मानसिक श्रम प्रधान होना चाहिए। संतान की ओर से प्रगतिकारक सूचना मिलेगी। सावधानी व सतर्कता रखकर काम करें।
तुला
विश्वसनीय व्यक्ति का सहयोग मिलेगा। सुख के साधनों की प्राप्ति या क्रय करने का योग बनेगा। व्यापार अच्छा चलेगा। माता से विवाद हो सकता है।
वृश्चिक
स्थायी संपत्ति के कार्य में सफलता मिलेगी। धैर्य के कारण आपकी बड़ी से बड़ी आकांक्षा भी पूर्ण हो जाएगी। व्यापार में लाभकारी निर्णय ले पाएँगे। समय का दुरुपयोग नहीं करें।
धनु
उसाह व प्रयास आपके लिए सफलता प्रदान करेंगे। गृहस्थ जीवन का पूर्ण सहयोग मिलेगा। वाहन सावधानी से चलाएँ। सरकारी कार्यों से लाभ होने के योग बनेंगे।
मकर
रचनात्मक कार्य से आपकी प्रगति होगी। व्यापार के लिए दिन अनुकूल रहने की संभावना है। संपत्ति प्राप्त होने के भी योग हैं। व्यर्थ में संदेह न करें। स्व-निर्णय से कार्य करें।
कुंभ
राज्य पक्ष से लाभ होगा। लोगों से संपर्क बढ़ाकर अपनी योजनाएँ पूर्ण कर सकते हैं। यश, प्रशंसा एवं पुरुषार्थ बढ़ेगा। परिवार के वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
मीन
पारिवारिक चिंता से मन खिन्न रहेगा। अधिक खर्च न करें अन्यथा परेशानी हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा। किसी से मदद की आशा करना व्यर्थ है।

अंतरराष्ट्रीय

कीथ वाज ब्रिटेन की शीर्ष सुरक्षा समिति में
लंदन। प्रवासी भारतीय और सांसद कीथ वाज को आतंकवाद के खिलाफ नीति और रणनीति बनाने की ब्रिटेन की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति का सदस्य चुना गया है।
सेहत के लिए अच्छा है बच्चे पालना
लंदन। आम धारणा के विपरीत एक नए अध्ययन का मानना है कि बच्चों को पालने से वास्तव में खासतौर पर महिलाओं का रक्तचाप घट जाता है।

हैती में फिर आ सकते हैं शक्तिशाली भूकंप

शिकागो। वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस सप्ताह आए विनाशकारी भूकंप के कारण लंबी फाल्ट लाइन (भ्रंश रेखा) पर दबाव बढ़ गया है, जिससे हैती और अन्य पड़ोसी देशों में फिर से भूकंप के शक्तिशाली झटके आ सकते हैं।
दुनिया भर में दहशत फैलाना चाहता है लश्कर
वॉशिंगटन। ओबामा प्रशासन के एक वरिष्ठ आतंक निरोधी अधिकारी ने कहा है कि पाकिस्तान का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोइबा की वैश्विक महत्वकांक्षाए हैं और वह पूरी दुनिया में दहशत फैलाना चाहता है।

भारत से पाक को खतरा नहीं-जरदारी
लाहौर। राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारत को एक परिपक्व लोकतंत्र बताते हुए कहा है कि उससे पाकिस्तान को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने साथ ही मुंबई पर आतंकी हमले के बाद ठप पड़ी समग्र वार्ता को फिर से शुरू करने की वकालत की।

राष्ट्रीय

मनमोहन ने दिया जन आंदोलन का सुझाव
बंगाल प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व को राज्य में राजनीतिक हिंसा और कथित कानून व्यवस्था की समस्या के खिलाफ अभियान और जन आंदोलन शुरू करने का सुझाव दिया है।

बसु भारत के महान सपूत-मनमोहन
कोलकाता। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने माकपा के वयोवृद्ध नेता ज्योति बसु को भारत का एक महान सपूत बताया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

पेशेवर प्रबंधन से ही बचेंगी धरोहरें-मनमोहन
कोलकाता। प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने आज कहा कि देश के विशाल ऐतिहासिक और पुरातात्विक खजाने तथा सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी एवं पेशेवर प्रबंधन को अपनाया जाना चाहिए।

नारायणन बंगाल, पाटिल पंजाब के राज्यपाल
नई दिल्ली। विभिन्न राज्यों के लिए केंद्र ने पाँच नए राज्यपाल नियुक्त किए हैं, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एमके नारायणन को पश्चिम बंगाल तथा पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल को पंजाब के राज्यपाल का कार्यभार सौंपा गया है।

पंजीकरण के लिए देना होगा चेहरे का हुलिया
नई दिल्ली। भारत के विशेष पहचान प्राधिकार (यूआईडीएआई) ने भारत के निवासियों के पंजीकरण के लिए चेहरे, आँख की पुतली और हाथ की दसों अँगुलियों के विवरण की उपलब्धता अनिवार्य करने का निर्णय किया है।
राष्ट्रीय

दिल्ली में कोहरा, हवाई यातायात प्रभावित नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर घना कोहरा छाने से आज लगातार तीसरी सुबह विमानों की आवाजाही प्रभावित रही।

मैं भारत का बेटा हूँ-दलाई लामा वडोदरा। तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने खुद को 'भारत का बेटा' करार दिया है। उन्होंने कहा है कि उनका नैतिक काम तिब्बत के सदियों पुराने बौद्ध खजाने को भारत को सौंपना है।

कार्टूनिस्टों के पसंदीदा हैं सोनिया-मनमोहन
बैंगलुरु। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह की लोकप्रियता के चलते वे कार्टूनिस्टों के चहेते हैं। यह कहना है कर्नाटक के राज्यपाल एचआर भारद्वाज का। यहाँ मनमोहनसिंह और सोनिया गाँधी पर अंतरराष्ट्रीय कैरिकेचर प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सोनिया गाँधी को लंबे समय से जानता हूँ।

बसु के कई अंगों ने काम करना बंद किया
कोलकाता। माकपा के वयोवृद्ध नेता ज्योति बसु की हालत आज अत्यंत नाजुक हो गई। उनके दिल को छोड़कर अन्य सभी महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। यह जानकारी बसु की चिकित्सकीय देखेरख करने वाले एक डॉक्टर ने दी।

गुरुवार, 14 जनवरी 2010

पाठकों के लिए सन्देश

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खेल-संसार

शादी के बाद टेनिस छोड़ दूँगी-सानिया
नई दिल्ली, 14 जनवरी 2010

भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी सानियाFresh Photo Collection of Sania Mirza मिर्जा ने गुरुवार को कहा कि शादी के बाद वह टेनिस छोड़ देगी।
सानिया की 2009 जुलाई में अपने बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई हुई थी, हालाँकि उसने शादी की योजना के बारे में खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि वह शादी के बंधन में बंधने के बाद खेल को अलविदा कह देगी।
सानिया ने कहा कि फिलहाल तो मेरी इच्छा है कि शादी के बाद मैं पेशेवर टेनिस नहीं खेलूँगी, लेकिन अभी इसमें थोड़ी देर है। इस भारतीय टेनिस स्टार से सगाई से पहले सोहराब ने कहा था कि सानिया को अपने कैरियर के बारे में फैसले लेने की पूरी आजादी है।
सोहराब ने जून में कहा था कि वह जो कुछ भी करना चाहती है, उसे मेरा पूरा सहयोग और समर्थन मिलेगा। यह उसका फैसला होगा कि वह कितने लंबे समय तक खेलना चाहती है।
यह पूछे जाने पर कि शादी के बाद टेनिस छोड़ने का फैसला पूरी तरह सानिया का होगा तो इस स्टार के पिता इमरान मिर्जा ने कहा कि अब तक यही उसका फैसला है। अगर वह बाद में शादी के बाद खेलना चाहती है, तो यह उसकी पंसद होगी।
में पेशेवर बनने वाली सानिया तब से ही डब्ल्यूटीए सर्किट में भारतीय टेनिस का चेहरा बनी हुई है। पिछले साल सानिया ने हमवतन महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियाई ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता था, जिसे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली महिला ग्रैंड स्लैम विजेता बन गई थी।
सानिया के 2010 सत्र की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि वह ऑकलैंड टूर्नामेंट के दूसरे राउंड में बाहर हो गई। इसके बाद होबार्ट में भी उसे पहले दौर में हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन यह हैदराबादी इससे परेशान नहीं है।
सानिया ने कहा मुझे लगता है कि सात साल पेशेवर टेनिस और एकल रैंकिंग में पाँच साल शीर्ष 100 में शामिल रहने के बाद मैं अपने करियर के उस दौर में पहुँच गई हूँ, जहाँ मेरे प्रदर्शन को एक या कुछ टूर्नामेंटों के आधार पर नहीं आंका जा सकता।
उन्होंने कहा कि जीत और हार खेल का हिस्सा होती हैं। टेनिस जैसे वैश्विक खेल में 220 से ज्यादा देश गंभीरता से शिरकत करते हैं। शीर्ष 10 खिलाड़ियों को छोड़कर कोई भी लगातार जीत दर्ज नहीं करता। यह भारतीय अब नए सत्र में चोटों से दूर रहना चाहती है। 2008 में कलाई की चोट के कारण उसे आधा साल कोर्ट से बाहर रहना पड़ा था।
सानिया ने कहा कि मैं 2010 को अन्य वर्ष की तरह देख रही हूँ। मुझे कड़ी मेहनत की उम्मीद है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूँगी और सब भगवान पर छोड़ दूँगी। मैं 2010 में गंभीर चोटों से दूर रहना चाहती हूँ। यह स्टार खिलाड़ी 2009 में अपने प्रदर्शन से खुश है, हालाँकि इसमें उसके लिये खुशी के कुछ पल ही मौजूद थे।

दैनिक राशिफल

मेष
आजीविका की ओर विशेष ध्यान दें। व्यापार में उतार-चढ़ाव आएँगे। आय-व्यय बराबर रहेंगे। शांति एवं दूरदर्शिता से कार्य करें। परिवार में किसी तनाव की आशंका रहेगी।
वृष

राजकीय क्षेत्र में परिवर्तन से अनुकूलता बनेगी। रचनात्मक कार्यों में व्यस्तता बढ़ेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। व्ययकारी योग बनेंगे। आपकी योजना सफल होगी।
मिथुन
पारिवारिक सुख-शांति के कारण मन में उत्साह रहेगा। कोर्ट-कचहरी के कार्यों में सफलता मिलेगी। जोखिम के कामों से दूर रहना चाहिए। अध्ययन-अध्यापन में मन लगेगा।
कर्क
अच्छे और उत्साही मित्रों का संसर्ग लाभकारी रहेगा। आर्थिक संपन्नता बढ़ेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। संतान के किसी बात पर मनमुटाव हो सकता है।
सिंह
कार्यों में विलंब व चिंता संभव है। प्रयत्नों का पूरा फल नहीं मिल पाएगा। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा।
कन्या
आपकी सलाह को महत्व मिलेगा। बाधाओं, परेशानियों को पार करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकेंगे। गुप्त शत्रु आपकी सम्मान हानि का प्रयास कर सकते हैं।
तुला
काम अधूरे रहेंगे। आर्थिक तंगी आत्मविश्वास को कम कर सकती है वाद-विवाद, प्रतिस्पर्धा से बचें। किसी के भरोसे न रहें। जीवनसाथी से संबल मिलेगा।
वृश्चिक
योजनाओं में सफलता मिलेगी। अधूरे काम समय से पूरे होने की संभावना है। सामाजिक आयोजनों में सक्रिय भागीदारी रहेगी। दूसरों की आलोचना से बचें।
धनु
ज्ञान वृद्धि के लिए स्वाध्याय में रुचि बढ़ेगी। प्रयास सही दिशा में करें तो रुका धन मिलेगा। अनावश्यक वाद-विवाद से दूर रहें। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।
मकर
सामाजिक मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। बुद्धिमानी एवं दूरदर्शिता से कठिन कामों को भी सफलता से पूरा कर सकेंगे। बोलचाल में संयम रखें।
कुंभ
अच्छे कामों में धन का व्यय होगा। स्वयं के गुणों एवं योग्यताओं के कारण समाज में विशेष प्रतिष्ठा अर्जित करेंगे। लाभ में वृद्धि होगी। दुस्साहसपूर्ण काम न करें।
मीन
महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करेंगे। व्यापार में स्थिति उत्साहवर्धक रहेगी। प्रयत्न करने पर रुका पैसा मिल सकता है। व्यर्थ के दिखावे एवं आडंबरों से दूर रहें।

मंगलवार, 12 जनवरी 2010

मध्यप्रदेश

कला-शिल्प का अद्भुत संगम : खजुराहो
खजुराहो के मंदिर भारतीय कला का एक उत्कृष्ट नमूना है। इन मंदिरों की दीवारों पर उकरी देवी-देवताओं की विभिन्न मुद्राओं की मनोहारी प्रतिमा अपने आप में दुलर्भ है, जिसके समान कोई ओर नहीं है। मध्यप्रदेश में स्थित खजुराहो पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। हर साल लाखों की संख्या में देशी व विदेशी पर्यटक खजुराहों आते हैं व यहाँ की खूबसूरती को अपनी स्मृति में कैद करके ले जाते हैं। यहाँ शाम के वक्त होने वाले लाइट शो में खजुराहो के मंदिरों की खूबसूरती का चरम देखने को मिलता है, जो एक यादगार व अविस्मरणीय अनुभव होता है।

इन्दौर का प्राणी संग्रहालय
केंद्रीय संग्रहालय, इंदौर एक राज्य स्तरीय संग्रहालय है, जहाँ मालवा से प्राप्त पुरावशेषों को एकत्रित कर शोधाथिर्यों एवं पर्यटकों एवं जनसामान्य को जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।

मध्य प्रदेश के संग्रहालय
भोपाल के प्रसिद्ध बिड़ला संग्रहालय में विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक प्रतिमाएँ रखी गई हैं। आदिकाल में जब मनुष्य पत्थर इस्तेमाल करते थे उनके भी अंग यहाँ पर देखे जा सकते हैं।

ऐतिहासिक स्थलों की नगरी शिवपुरी
माधव विलास महल में सिंधिया राजवंश ग्रीष्म काल के समय निवास करते थे। वन वाटिका के मध्य स्थित यह महल गुलाब के फूल के समान प्रतीत हो रहा था।

पहाड़ों की सुंदरता-जबलपुर
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 330 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है प्राचीन शहर जबलपुर। रामायण एवं महाभारत की कथाएँ इस शहर से जुड़ी हुई हैं। यह शहर पवित्र नर्मदा नदी के तट पर स्थित है।

सोमवार, 11 जनवरी 2010

पर्यटन

जश्न में डूबा मांडू का चप्पा-चप्पा
प्रकृति के मनमोहक नजारों व ऐतिहासिक इमारतों के बीच 2009 की खट्टी-मीठी यादों को अलविदा कहने और 2010 यानी नए साल के स्वागत का जश्न मनाने हजारों पर्यटक मांडू पहुँच चुके हैं। मांडू का चप्पा-चप्पा पूरी तरह से जश्न में डूबा हुआ है। ऐसा अनुमान है कि दो दिनों में लगभग 25 से 30 हजार पर्यटक मांडू की तरफ रुख करेंगे। इधर मांडू की होटलें व ठहरने के सभी स्थान एक माह पूर्व ही बुक हो चुके हैं। मप्र पर्यटन विकास निगम की मालवा रिसॉर्ट के प्रबंधक अशोक अरोरा ने बताया कि नए वर्ष के चलते पूरा रिसॉर्ट बुक हो चुका है। यहाँ के सभी 20 एसी एवं 10 नॉन एसी रूम में बुकिंग एक सप्ताह पूर्व हो चुकी है।

बरसात में जाएँ महाकेदारेश्वर
बरसात के मौसम में महाकेदारेश्वर मंदिर की खूबसूरती हरितिमा की चादर ओढ़ी चट्टानों से ओर भी अधिक बढ़ जाती है। मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल के ग्राम सैलाना से लगभग 3 से 4 किलोमीटर की दूरी पर महाकेदारेश्वर का मंदिर स्थित है। यह मंदिर चट्टानों की तलहटी में स्थित है। जहाँ पहुँचने के लिए आपको प्रवेश द्वार से चट्टानों के बीच बनी पक्की सड़क से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ेगी। इस दौरान आपको ऊँची-ऊँची चट्टानों से फिसलते छोटे-छोटे झरनों के खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे।

सौंदर्य से परिपूर्ण हैं नर्मदा की संगमरमरी चट्टानें
उद्गम से लेकर सागर समागम तक नर्मदा का जो तेज, जो सौंदर्य, जो अठखेलियाँ और जो अदाएँ दिखाई देती हैं वे जबलपुर के अलावा अन्यत्र दुर्लभ हैं। प्रकृति ने तो इस क्षेत्र में नर्मदा को अतुलित सौंदर्य प्रदान किया ही, स्वयं नर्मदा ने भी अपने हठ और तप से अपने सौंदर्य में वृद्धि इसी क्षेत्र में की है। यहाँ नर्मदा ने हठ और तप से रास्ता भी बदला है। पहले कभी वह धुआँधार से उत्तर की ओर मुड़कर सपाट चौड़े मैदान की ओर बहती थी। उसकी धार के ठीक सामने का सौंदर्य संभवतः नर्मदा को भी आकर्षित करता होगा।

अमर प्रेम कहानी का साक्षी मांडू
मांडू मध्यप्रदेश का एक ऐसा पर्यटनस्थल है, जो रानी रूपमती और बादशाह बाज बहादुर के अमर प्रेम का साक्षी है। यहाँ के खंडहर व इमारतें हमें इतिहास के उस झरोखे के दर्शन कराते हैं, जिसमें हम मांडू के शासकों की विशाल समृद्ध विरासत व शानो-शौकत से रूबरू होते हैं। कहने को लोग मांडू को खंडहरों का गाँव भी कहते हैं परंतु इन खंडहरों के पत्थर भी बोलते हैं और सुनाते हैं हमें इतिहास की गाथा। हरियाली की खूबसूरत चादर ओढ़ा मांडू विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर एक सुंदर पर्यटनस्थल रहा है।

अपने में इतिहास समेटे बाग की गुफाएँ
मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध बाग की गुफाएँ हैं जो अपने भित्ति चित्रों की वजह से अजंता के समकक्ष मानी जाती हैं। इन्हें भारत सरकार ने राष्ट्रीय महत्व का सुरक्षित पुरा स्मारक घोषित कर रखा है। बाग नदी और बाग कस्बे के नाम की वजह से इन गुफाओं को 'बाग की गुफाओं' के नाम से जाना जाता है। गुफाओं के बनाने के लिए खूबसूरत जगह का चुनना यह बताता है कि बाग गुफा मंडप के निर्माता प्राकृतिक सौन्दर्य के उपासक थे।

खेल

आइडिया कप पर श्रीलंका का अधिकार
रैना के शतक पर जयवर्धने का अर्धशतक भारी
मीरपुर, बुधवार, 13 जनवरी FILEमहेला जयवर्धने की नाबाद 71 रनों की पारी की बदौलत श्रीलंका ने आइडिया कप के फाइनल में भारत को 4 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका ने यह जीत उस वक्त दर्ज की जब मैच की 9 गेंदें फेंकी जानी शेष थीं।

भारत ने टॉस हारने के बाद 48.2 ओवरों में 245 रन बनाए थे, जिसमें सुरेश रैना के सर्वाधिक 106 रन शामिल थे। श्रीलंका की तरफ से 'मैन ऑफ द मैच' कुलशेखरा ने चार विकेट लिए। श्रीलंका ने 48.3 ओवर में 6 विकेट खोकर 249 रन बना डाले।


FILEश्रीलंका को एक समय 15 गेंदों में जीत के लिए 15 और अंतिम 12 गेंदों में 9 रन चाहिए थे। श्रीसंथ की गेंद पर चौका लगाकर जयवर्धने ने 5 रन किया और फिर एक और चौका लगाकर टीम को जीत से एक कदम के फासले पर ला खड़ा किया। श्रीसंथ से किसी ‍चमत्कार की उम्मीद करना बेमानी थी और जयवर्धने ने विजयी चौका लगाकर अपनी टीम को भारत के खिलाफ 2 साल बाद जीत दिला दी। कुमार संगकारा को 'मैन ऑफ द सिरीज' के पुरस्कार से नवाजा गया।

श्रीसंथ सबसे खर्चिले साबित हुए और उन्होंने 9.3 ओवर में 72 रन लुटाए। आशीष नेहरा का दूसरे ओवर में घायल होना ही मैच का टर्निंग पाइंट रहा। महेला जयवर्धने ने अपने अनुभव का पूरा लाभ उठाया और वनडे करियर का 52वाँ अर्धशतक जमाया, जिसकी वजह से श्रीलंका खिताब का जश्न मनाने में सफल रहा।

हालाँकि जीत के लिए 246 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका टीम की शुरुआत खराब रही और आशीष नेहरा ने पहले ओवर की तीसरी गेंद पर उपुल थरंगा को खाता खोलने के पहले ही स्लिप में विराट कोहली के हाथों झिलवा दिया। तब श्रीलंका का खाता भी नहीं खुला था।

इस झटके के बाद लंका संभल गया और दिलशान और कप्तान संगकारा ने दूसरे विकेट के लिए 93 महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। दिलशान (49) को युवराज सिंह ने विकेटकीपर धोनी के दस्तानों में समा डाला। संगकारा भी अर्धशतक (55) लगाने के बाद हरभजन की स्पिन के जाल में उलझ गए और युवराजसिंह ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की।

श्रीलंका ने 158 रनों के कुल स्कोर पर अपना चौथा विकेट थिलन समरवीरा के रूप में गँवाया। समरवीरा को 27 रनों के निजी स्कोर पर रविंदर जडेजा ने साफ बोल्ड कर दिया। इस विकेट ने भारतीय खेमे में नई ऊर्जा का संचार किया है।

जब श्रीलंका जीत से 57 रन दूर था, तब हरभजन सिंह ने अपने 10वें और अंतिम ओवर में कादम्बी (18) को पगबाधा आउट कर दिया। लंका जीत की दहलीज पर था कि उसका छठा विकेट रणदीव (17) के रूप में रन आउट हो गया लेकिन इसके बाद जयवर्धने ने परेरा को साथ लेकर अपनी टीम को 4 विकेट से शानदार जीत दिलाई।

इससे पहले टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत बेहद खराब रही। श्रीलंका के गेंदबाजों ने पहले 11 ओवरों में ही भारत के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। कुलशेखरा और वेलेगेदरा ने भारतीय पारी को जमने से पहले ही बिखेर दिया। दोनों गेंदबाजों ने 11 ओवरों के खेल में ही पाँच दिग्गज बल्लेबाजों को पैवेलियन की राह दिखाई।

भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। उसके सलामी बल्लेबाजी गौतम गंभीर बगैर खाता खोले नुवान कुलशेखरा की गेंद पर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हो गए। कुलशेखरा ने गंभीर को बोल्ड किया। गंभीर के आउट होने के बाद मैदान में आए विराट कोहली भी वेलेगेदरा की गेंद पर विकेट के पीछे कुमार संगकारा को मैच थमा बैठे। पूरी सिरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कोहली मात्र 2 ही रन बना पाए।

भारत के धाकड़ बल्लेबाज युवराजसिंह का बल्ला भी आज रन उगलने में असफल रहा। वह भी वेलेगेदरा की गेंद पर युवी स्लिप में समरवीरा को कैच दे बैठे। इसके बाद कप्तान महेंद्रसिंह धोनी भी 14 रनों के निजी योग पर कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए।

भारत इन झटकों से अभी उबर भी नहीं पाया था कि वीरेंद्र सहवाग 42 रनों के निजी योग पर एक गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। 27 गेंदों में 42 रन बनाने के बाद सहवाग कुलशेखरा की गेंद पर विकेट के पीछे संगकारा के हाथों लपके गए।

लेकिन यहाँ से सुरेश रैना और रवींद्र जड़ेजा ने पारी को ‍संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने कमजोर गेंदों को नसीहत देने की ‍नीति अपनाई। रैना ने आज बेहतरीन अर्धशतक जमाया और अपनी उपयोगिता साबित की। दूसरे छोर पर जड़ेजा ने रैना का बखूबी साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 106 रन जोड़े। जड़ेजा 38 रन बनाने के बाद तिलकरत्ने दिलशान की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।

जड़ेजा के आउट होने के बाद रैना ने अपने प्रहार जारी रखे और हरभजनसिंह को साथ लेकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। रैना ने आज अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर का तीसरा सैकड़ा जमाया। हरभजन को साथ लेकर रैना ने सातवें विकेट के लिए 47 रन जोड़े, जिसमें हरभजन का योगदान सिर्फ 11 रनों का था। रणदीव ने हरभजन को पगबाधा आउट लेने में सफलता पाई।

रैना ने अपने शतक के लिए केवल 110 गेंदों का सामना किया और इस दौरान 9 चौके और एक छक्का लगाया। शतक लगाने के बाद रैना वेलेगेदरा की गेंद पर 106 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड हो गए। इसके बाद अन्य बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और पूरी टीम 48.2 ओवरों में 245 रनों पर आउट हो गई। (वेबदुनिया न्यूज)

कोहली का शतक, भारत जीता
मीरपुर, बेहतरीन फार्म में चल रहे विराट कोहली के करियर के दूसरे शतक और शीषर्क्रम की उपयोगी पारियों की मदद से भारत ने त्रिकोणीय एकदिवसीय प्रतियोगिता के बेमानी मैच में सोमवार को यहाँ बांग्लादेश को छह विकेट से हरा दिया।

पिछले दो मैचों में 91 और नाबाद 71 रन की पारी खेलने वाले कोहली ने 83 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए 95 गेंद में 11 चौकों की मदद से नाबाद 102 रन बनाकर भारत को सात ओवर शेष रहते चार विकेट पर 249 रन तक पहुँचाकर जीत दिला दी।
बांग्लादेश ने कप्तान साकिब (85) और महमूदुल्लाह (नाबाद 64) की जुझारू पारियों की मदद से छह विकेट पर 247 रन बनाए थे। अब फाइनल में बुधवार को भारत का सामना श्रीलंका से होगा। कोहली के अलावा शीर्ष क्रम में गौतम गंभीर (41), दिनेश कार्तिक (34) और कप्तान महेंद्रसिंह धोनी (32) ने भी उपयोगी पारियाँ खेलीं।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को गंभीर और कार्तिक की सलामी जोड़ी ने 11.5 ओवर में 64 रन जोड़कर एक बार फिर अच्छी शुरुआत दिलाई। कार्तिक ने इस साझेदारी के दौरान अधिक आक्रामक रवैया अपनाया और 39 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके और एक छक्का मारा। वह 12वें ओवर में शफीउल इस्लाम की गेंद पर विकेट के पीछे मुशफिकुर रहीम को कैच थमा बैठे।

युवराजसिंह (13) भी इसके बाद नईम की सीधी गेंद पर चूकने के बाद पगबाधा होकर पैवेलियन लौटे। मैन ऑफ द मैच कोहली ने कप्तान धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए 68 रन जोड़कर टीम को जीत के करीब पहुँचाया।

धोनी 37वें ओवर में साकिब की गेंद को उठाकर मारने के प्रयास में मिडऑन पर इमरूल कायेस को आसान कैच देकर पैवेलियन लौटे। कोहली ने इसके बाद सुरेश रैना (नाबाद 18) के साथ सिर्फ 6.5 ओवर में नाबाद 48 रन जोड़कर टीम को जीत दिला दी।


इससे पहले आज भारतीय कप्तान धोनी ने सिक्का जीतकर मेजबान टीम को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 247 रन बनाए।

अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश की पारी को जमने नहीं दिया और नियमित अंतराल पर बांग्लादेश को झटके लगते रहे। लेकिन सकीब अल हसन और मेहमुदुल्लाह ने बांग्लादेश की पारी को उस समय सहारा दिया, जबकि आधी टीम पैवेलियन की शोभा बढ़ा रही थी।

सकीब ने मुश्किल समय में अर्धशतक लगाकर बांग्लादेश की पारी को बिखरने से रोका। दूसरे छोर पर मेहमुदुल्ला ने भी उनका बखूबी साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए कीमती 106 रन जोड़कर बांग्लादेश को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया। सकीब ने 97 गेंदों पर 85 रन बनाए, जबकि मेहमुदुल्लाह ने नाबाद 64 रन बनाए। अंतिम ओवरों में नईम इस्लाम ने 14 गेंदों में 22 रन बनाकर बांग्लादेश को 247 रनों तक पहुँचाया।

भारत की तरफ से आशीष नेहरा ने 58 रनों पर 2 विकेट लिए। सुदीप त्यागी (24/1), श्रीसंथ (53/1) और युवराजसिंह (33/1) को भी विकेट प्राप्त हुए।

आज बांग्लादेश की पारी की शुरुआत खराब रही और 15 रनों तक उसने इमरुल कैस (9) और मोहम्मद अशरफुल (4) के विकेट खो दिए। इमरुल को सुदीप त्यागी ने और अशरफुल को श्रीसंथ ने आउट किया।

इसके बाद नेहरा ने तमीम इकबाल को त्यागी के हाथों कैच करवाकर बांग्लादेश को तीसरा झटका दिया। तमीम ने 17 रन बनाए। इस सदमें से अभी बांग्लादेश उबरा भी नहीं था कि रकीबुल हसन रन आउट हो गए। उन्होंने 28 रन बनाए और तीन बार गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा। इसके बाद युवराजसिंह ने बांग्लादेश को पाँचवाँ झटका देते हुए मुश्फिकुर रहीम (7) को रैना के हाथों कैच करवाया।

बांग्लादेश ने पहला विकेट तीसरे ओवर की पहली ही गेंद पर उस वक्त गँवा दिया था, जब सुदीप त्यागी ने इमरुल कैस (9) को विराट कोहली के हाथों कैच करवा दिया। तब बांग्लादेश का कुल स्कोर 10 रन ही था।

बांग्लादेश का स्कोर चौथे ओवर में 15 रन पर ही पहुँचा था कि उसे दूसरा झटका श्रीसंथ ने दिया। भारतीय गेंदबाजी ने मोहम्मद अशरफुल को 4 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया।

चूँकि भारत पहले ही बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले फाइनल में पहुँच चुका है, लिहाजा उसने इस मैच में जहीर खान को आराम दिया है। जहीर की जगह आशीष नेहरा को अंतिम एकादश में जगह मिली है।

राष्ट्रीय

सीजे की पत्नी के लिए भत्ते की माँग
(गुरूवार 14 जनवरी 2010)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार से भारत के प्रधान न्यायाधीश की पत्नी के लिए‘दैनिक भत्तों’के संशोधित अनुमोदन को कहा है। बीते साल प्रधान न्यायाधीश के साथ उनकी पत्नी दो देशों की यात्रा पर गईं थीं और उस दौरान परंपरा के विपरीत स्थानीय भारतीय दूतावासों ने उन्हें दैनिक भत्ता दिया।

सदी का सबसे अधिक अवधि का सूर्य ग्रहण
(गुरूवार 14 जनवरी 2010)
नई दिल्ली। खगोल प्रेमियों के लिए शुक्रवार का दिन महत्वपूर्ण है जब वह इस सदी में सबसे अधिक अवधि तक दिखाई देने वाले सूर्यग्रहण को देखेंगे।

राष्ट्र की प्रगति को राजपथ पर उतारेंगे बच्चे
(गुरूवार 14 जनवरी 2010)
नई दिल्ली। कदम कदम बढ़ाए जा..का जयघोष करते सेना और अर्धसैनिक बलों के जवान जहाँ गणतंत्र दिवस पर देश की सरदहों के सुरक्षित होने की पुष्टि करेंगे वहीं देश के विभिन्न प्रदेशों के लगभग 1,200 बच्चे राष्ट्र की सांस्कृतिक प्रगति एवं समृद्धि को राजपथ पर उतारेंगे।

माकपा नेता ज्योति बसु की हालत गंभीर
(गुरूवार 14 जनवरी 2010)
कोलकाता। वयोवृद्ध माकपा नेता ज्योति बसु की हालत गुरुवार को अत्यंत गंभीर हो गई और संकेत हैं कि उनके कई अंग काम करना बंद कर रहे हैं। बसु के निजी चिकित्सक डॉ. एके मैती ने यह जानकारी दी।

बढ़ती महँगाई के लिए केंद्र जिम्मेदार-मायावती
(गुरूवार 14 जनवरी 2010)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने बढ़ती महँगाई के लिए एक बार फिर केंद्र सरकार की कथित पूँजीपति परस्त आर्थिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और चेतावनी दी कि यदि केन्द्र सरकार जल्द ही महँगाई पर प्रभावी अंकुश नही लगाती तो उनकी पार्टी महँगाई के विरोध में राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगी।


दोषी ले. जनरल प्रकाश छुट्‍टी पर
नई दिल्ली। दार्जिलिंग भूमि घोटाले में अपनी भूमिका को लेकर सेना की ओर से प्रशासनिक कार्रवाई का सामना कर रहे वरिष्ठ जनरल दस दिन की लंबी छुट्टी पर चले गए हैं।

आमिर के बचाव में उतरे अमिताभ
मुंबई। छात्रों को आत्महत्या और रैगिंग के लिए प्रेरित करने के आरोपों का सामना कर रही आमिर खान की फिल्म ‘थ्री इडियट्‍स' के बचाव में अमिताभ बच्चन खुलकर आ गए हैं।

कोपेनहेगन में दबाव में था भारत-रमेश
नई दिल्ली। भारत ने कहा है कि उस पर कोपेनहेगन समझौता स्वीकार करने के लिए कुछ विकासशील देशों का दबाव था। डेनमार्क की राजधानी में हाल में संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में इस पर दस्तखत किए गए।

रुचिका मामले में राठौर को जमानत
चंडीगढ़। रुचिका गिरहोत्रा छेड़छाड़ मामले में सजा पाए हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौर को एक सत्र न्यायालय ने बुधवार को आठ फरवरी तक के लिए जमानत दे दी।

सरकार का दावा, घटाएगी महँगाई
नई दिल्ली। बेकाबू होती महँगाई के लिए विरोधियों और समर्थकों की आलोचना का सामना कर रही सरकार ने इस पर काबू पाने के लिए बुधवार को 11 सूत्री रूपरेखा तैयार की और दावा किया कि 50 रुपए किलो बिक रही चीनी सहित अन्य आवश्यक खाद्य वस्तुओं के दाम हफ्ते-दस दिन में कम हो जाएँगे।


धैर्य बनाए रखें-शरद पवार
नई दिल्ली। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण चौतरफा हमलों का सामना कर रहे कृषि मंत्री शरद पवार ने मंगलवार को इस बात को माना कि तीन-चार वस्तुओं के दाम काफी ऊँचे चले गए हैं। पर साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे मौके पर धैर्य बनाए रखने की जरूरत है।

घाटी से सेना हटाना देशहित में नहीं-सिन्हा
पटियाला। जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) एसके सिन्हा ने कहा कि घाटी से सेना हटाने का निर्णय देशहित में नहीं है, क्योंकि घाटी से आतंकवाद को खत्म करने का सेना का उद्देश्य अभी पूरा नहीं हो पाया है।

भारत को और उदार होना चाहिए-हसीना
नई दिल्ली। बांग्लादेश ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसियों के मामले में भारत को 'और उदार' होना चाहिए और दक्षिण एशिया की खुशहाली के लिए सभी देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
सैन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू
नई दिल्ली। सेना ने दार्जिलिंग भूमि घोटाले में भूमिका के कारण अपने एक शीर्ष सैन्य अधिकारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई जबकि तीन अन्य अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई शुरू कर दी है।

सैफई महोत्सव में नहीं जाएँगे अमरसिंह
दिल्ली। समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायमसिंह यादव की अमरसिंह और रामगोपाल यादव के बीच सुलह कराने की कोशिशों को मंगलवार को तब धक्का लगा जब सिंह ने अपने निजी ब्लॉग पर एक खुला पत्र लिखकर सैफई में पार्टी के सांस्कृतिक उत्सव में भाग लेने में अपनी असमर्थता जताई।

अंतरराष्ट्रीय

ट्विटर पर बेपर्दा लव
लॉस एंजिल्स। रॉकस्टार कर्टनी लव ने अपने हुस्न का जलवा ट्विटर वेबसाइट पर बिखेरा है। उन्होंने अपने प्रशंसकों को अपना टैटू दिखाने के लिए साइट पर टॉपलेस तस्वीरें डाली हैं।

हैती की मदद के लिए हस्तियों की अपील
लॉस एंजिलिस। हैती में जन्मे, संगीत जगत के सितारे वाइक्लेफ जीन सहित कई जानी मानी हस्तियों ने भूकंप से तबाह कैरेबियाई देश के लिए सहायता की अपील की है।

दिमाग की जंग में आगे हैं महिलाएँ
लंदन। जिन मर्दों को यह लगता है कि वे महिलाओं से ज्यादा बुद्धिमान होते हैं वे शायद खुशफहमी के शिकार हैं क्योंकि दिमाग की जंग में महिलाएँ पुरुषों से कहीं आगे हैं। ये हम नहीं इंटरनेट पर इन दिनों चल रहा एक खेल का परिणाम बताता है।

बॉस पर निकालो भड़ास, सेहत रहेगी झकास
लंदन। प्रायोगिक तौर पर आप भले ही ऐसा करके अपने लिए मुसीबत बुला लें, लेकिन हाल के एक अध्ययन के अनुसार बॉस के बारे में आप जो भी सोचते हैं, उनसे कह डालिए, ये आपकी सेहत पर निश्चित ही सकारात्मक असर डालेगा।

बस दुर्घटना में 40 की मौत
पोर्ट मॉरिसबे। पापुआ न्यू गिनी में गुरुवार को दो बसों की आमने-सामने की टक्कर में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई।


मीरा नायर को जॉनी डेप का इंतजार
नई दिल्ली। पटकथा तैयार हो चुकी है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय रूप से प्रशंसा पा चुकी फिल्मकार मीरा नायर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘शांताराम’ के लिए अब केवल हॉलीवुड के सुपरस्टार जॉनी डेप की हरी झंडी का इंतजार कर रही हैं।

मुद्दतों बाद फिर जवां हुआ हुस्न...
लंदन। स्वीडन की रहने वाली 19 साल की एवा उहलिन ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि पैरास‍िटामोल के रिएक्शन से हुई एलर्जी ने जो उसका चेहरा पहचानने लायक भी नहीं छोड़ा था वह कभी पहले की तरह खूबसूरत दिख सकेगा। लेकिन एक चमत्कार हुआ और एवा का चेहरा फिर से जवां हो उठा।

लखवी ने मामला स्थानांतरित करने को कहा
लाहौर। लश्कर-ए-तय्यबा के कमांडर और मुंबई हमलों के संबंध में मुकदमे का सामना कर रहे सात संदिग्धों में से एक जकीउर रहमान लखवी ने बुधवार को अदालत में याचिका दायर करते हुए माँग की कि उसके मामले की सुनवाई को रावलपिंडी से लाहौर स्थानांतरित कर दिया जाए।

हैती में भूकंप, 200 भारतीय लापता
भूकंप में नेशनल पैलेस संयुक्त राष्ट्र शांति मुख्यालय एक अस्पताल और अन्य ढेर सारी इमारतें तबाह हो गईं जबकि यहाँ के 200 भारतीयों और खुद हैती स्थित भारत के महावाणिज्य दूत के बारे में भी अभी कुछ पता नहीं है।

कुछ तालिबानियों को बख्श रहा है पाक है कि पाकिस्तान चुनिंदा आधार पर तालिबान के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और वह कुछ धड़ों के खिलाफ कार्रवाई करता है तो कुछ को बख्श देता है।


पाक को 2.8 करोड़ डॉलर की सहायता देगा डेनमार्क

पेशावर। डेनमार्क ने कहा कि पाकिस्तान को इसके उग्रवाद प्रभावित मालकंद और अफगानिस्तान सीमा से लगे कबायली क्षेत्र में संघर्ष से तहस-नहस हुए स्कूलों एवं ढाँचागत संरचना के पुनर्निर्माण के लिए वह 2.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता प्रदान करेगा।

ब्रिटेन की अदालत में गोरखाओं को झटका
लंदन। ब्रिटिश सशस्त्र बलों के पूर्व गोरखा सैनिक एक बड़ी कानूनी लड़ाई हार गए हैं, जिसमें उन्होंने ब्रिटिश सैनिकों के समान पेंशन की माँग की थी। नेपाल के पूर्व योद्धाओं ने इसे अन्याय करार दिया है।

मीरा को आव्रजन अधिकारियों ने रोका
कराची। पाकिस्तान की शीर्ष अभिनेत्री मीरा को कराची हवाई अड्डे पर दो वैध वीजा रखने के आरोप में आव्रजन अधिकारियों ने कुछ घंटों के लिए रोक कर रखा।

सारे राज खोल देती हैं ‘उसकी’ आँखें
लंदन। अगर आप अपने प्रेमी के संग जीवन भर का साथ निभाने का फैसला करने के लिए डेट पर जा रही हैं, तो अपना पूरा ध्यान उसकी आँखों पर केन्द्रित कीजिए। विशेषज्ञों का दावा है कि अगर आपका प्रेमी लंबे समय तक आपकी आँखों में आँखें डालकर देखता रहे तो मान लीजिए कि वह आपके साथ वाकई जीवन बिताने का इच्छुक है।

वेटिकन कैमरून की ‘अवतार’ से खुश नहीं
लॉस ऐंजिल्स। जेम्स कैमरून की थ्री डी अवतार ने बॉक्स ऑफिस सफलता का नया इतिहास लिख दिया है लेकिन यह वेटिकन को प्रभावित करने में विफल रही है जिसने इस फिल्म को भावुक बकवास करार दिया है।

प्रादेशिक

अमर सपा की मूल्यवान संपत्ति-कल्याण
लखनऊ। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याणसिंह ने वरिष्ठ सपा नेता अमरसिंह को समाजवादी पार्टी की मूल्यवान सम्पत्ति बताते हुए कहा कि सपा मुखिया मुलायमसिंह यादव अमरसिंह के बगैर राजनीति नहीं कर सकते।

शाहरुख ने की बसु के लिए दुआ
कोलकाता। बॉलीवुड के स्टार शाहरुख खान ने सोमवार को माकपा नेता ज्योति बसु के स्वास्थ्य लाभ की कामना की और कहा कि देश को उन जैसे लोगों की जरूरत है।

दलाई लामा ने शांति का आह्वान किया
भुवनेश्वर। तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने सोमवार को कहा कि सभी समस्याओं का शांतिपूर्ण तरीके से समाधान किया जाना चाहिए क्योंकि हिंसा से किसी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता।

मुझे उत्तेजित करना बंद करें देवेगौड़ा
बेंगलूर। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा पर हमला बोलते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि जद एस प्रमुख ने न केवल मेरा अपमान किया है बल्कि यह पूरे प्रदेश के लोगों का अपमान है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री उन्हें‘उकसाना’बंद करें।

महेश्वर में श्रद्धा का सैलाब
महेश्वर/खरगोन। महेश्वर में नर्मदा के पावन तट पर रविवार को महामृत्युंजय रथयात्रा में श्रद्धा और सद्भावना का सैलाब उमड़ पड़ा। यात्रा अपने आप में अलग इसलिए भी है, क्योंकि विश्व में यह एकमात्र यात्रा है। हजारों श्रद्धालुओं ने सम्मिलित हो धर्मलाभ लिया।

दैनिक राशिफल

13 जनवरी 2010 दैनिक राशिफल
मेष
किसी बड़े व्यक्ति से मुलाकात का लाभ आपको मिल सकेगा। आवास संबंधी समस्या रह सकती है। संतान के कार्यों से संतोष रहेगा। कार्यों का विस्तार होगा।
वृष
संतान की उन्नति खुशी को बढ़ाएगी। व्यापार में नई योजना क्रियान्वित हो सकेगी। अर्थ लाभ होगा। यात्रा में अपनी वस्तुएँ संभालकर रखें। सत्संग होगा।
मिथुन
आशाएँ फलीभूत होंगी। मनोबल बढ़ने से कठिन कार्य भी आसानी से कर पाएँगे। वाहन सुख मिल सकेगा। आमदनी में वृद्धि संभव है। खान-पान में अनियमितता से बचें।
कर्क
स्वाध्याय में रुचि जागृत होगी। आर्थिक विवादों से नुकसान की आशंका है। साहस, पराक्रम बढ़ेगा। नौकरी में ऐच्छिक स्थानांतरण के योग हैं। परिवार में सुख-शांति रहेगी।
सिंह
लेन-देन के मामलों को प्राथमिकता दें। कार्यक्षेत्र में आशातीत सफलता मिलेगी। कला के प्रति रुझान बढ़ेगा। संतान के कार्य संतोष दिलाएँगे। यात्रा सफल होगी।
कन्या
व्यर्थ समय बर्बाद न करके समय पर कार्य करें। विरोधी आपके काम को प्रभावित कर सकते हैं। कार्य-व्यवसाय में मनोनुकूल सफलता नहीं मिल पाएगी।
तुला
कलात्मक अभिव्यक्ति को प्रकट करने की क्षमता बढ़ेगी। प्रिय व्यक्ति से भेंट होगी। आपके द्वारा लिए गए निर्णय सही होंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
वृश्चिक
व्यावसायिक सफलता से हर्ष होगा। सैर-सपाटे के योग बनेंगे। जीवनसाथी की मदद कार्यों में मिलेगी। सामाजिक सम्मान बढ़ेगा। दुस्साहस हानिकर हो सकता है।
धनु
महत्वपूर्ण व्यक्तियों के संपर्क में आएँगे। पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा। अधूरे कार्य समय पर पूरे होने के योग हैं। जोखिम के कामों से दूर रहना चाहिए।
मकर
आपका आत्मविश्वास आज प्रत्येक कार्य में आपको सफलता दिलाएगा। कार्य की वृत्ति को गोपनीय रखना चाहिए। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। परिवार में सुख-शांति रहेगी।
कुंभ
संतान की ओर से थोड़ा कष्ट रहेगा किंतु प्रयास करने से समस्या हल हो सकती है। सुख-सुविधा में वृद्धि होगी। व्यापार में इच्छित लाभ के योग हैं। स्वास्थ्य सुधरेगा।
मीन
नौकरी में आपका महत्व एवं सम्मान बढ़ेगा। योजनाओं में सफलता मिल सकेगी। वाद-विवाद समस्या का समाधान संभव है। पारिवारिक मामलों में विशेष उत्साह नहीं रहेगा।

12.01.2010
मेष
राज्य पक्ष से लाभ होगा। लोगों से संपर्क बढ़ाकर अपनी योजनाएँ पूर्ण कर सकते हैं। यश, प्रशंसा एवं पुरुषार्थ बढ़ेगा। परिवार के वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
वृष
प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संपर्क बनेगा जो आपको प्रगति प्रदान करेगा। आजीविका के क्षेत्र में लाभ की संभावना है। खानपान का ध्यान रखें। मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
मिथुन
मित्रों, भागीदारों से वाद-विवाद की स्थिति को टालें। गलत निर्णय आपको चिंता में डालेंगे। आर्थिक स्थिति के कारण मन में तनाव रहेगा। शत्रु आपके कार्यों में विघ्न डालेंगे।
कर्क
स्थायी संपत्ति के कार्य में सफलता मिलेगी। धैर्य के कारण आपकी बड़ी से बड़ी आकांक्षा भी पूर्ण हो जाएगी। व्यापार में लाभकारी निर्णय ले पाएँगे। समय का दुरुपयोग नहीं करें।
सिंह
सम्मान में कमी के अवसर का संदेह कार्य की गति को प्रभावित करेगा। व्यापार में हानि होने की आशंका है। व्यर्थ खर्चों में वृद्धि होगी। धैर्य एवं सहनशीलता रखें।
कन्या
प्रयास आपके लिए सफलता प्रदान करेंगे। गृहस्थ जीवन का पूर्ण सहयोग मिलेगा। वाहन सावधानी से चलाएँ। सरकारी कार्यों से लाभ होने के योग बनेंगे।
तुला
रचनात्मक कार्य से आपकी प्रगति होगी। व्यापार के लिए दिन अनुकूल रहने की संभावना है। संपत्ति प्राप्त होने के भी योग हैं। व्यर्थ में संदेह न करें। स्व-निर्णय से कार्य करें।
वृश्चिक
आपके कार्य की वृत्ति व्यावहारिक होने के साथ मानसिक श्रम प्रधान होना चाहिए। संतान की ओर से प्रगतिकारक सूचना मिलेगी। सावधानी व सतर्कता रखकर काम करें।
धनु
धन की प्राप्ति के साथ प्रसिद्धिकारक योग भी बनेंगे। संतान के व्यवहार से कष्ट होगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। मकान की समस्या का हल निकलेगा। रुका पैसा मिलेगा।
मकर
सामाजिक सम्मान एवं यश मिलेगा। उपयोगी वार्तालाप होगा। किसी समस्या का समाधान आपके प्रयासों से संभव है। व्यापार अच्छा चलेगा। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।
कुंभ
सोचे हुए सभी कार्यों में शुभ परिणाम अपेक्षित हैं। कार्य की सफलता के कारण आपके यश व संबंधों में बढ़ोतरी होगी। निकटतम व्यक्तियों के व्यवहार पर ध्यान न दें।
मीन
नौकरी में अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। पारिवारिक जीवन में आनंद की प्राप्ति के योग हैं। प्रयास में कमी नहीं करें। आर्थिक निवेश लाभदायी रहेगा। वाणी पर संयम जरूरी है।