शुक्रवार, 7 मई 2010

देश-विदेश

घर बैठे घूमें रूस और यूरोप
इस बार गर्मी की छुट्टियों में बाहर की धूप में निकलने का मन न हो, तो घर बैठे दो महाद्वीपों और 87 देशों की यात्रा की जा सकती है। ट्रांस साइबेरियन रेलवे की विश्व प्रसिद्ध छह दिनी रेल यात्रा का लुत्फ अब अपने कम्प्यूटर पर लिया जा सकता है। यह यात्रा रूस की राजधानी मॉस्को से शुरू होकर व्लादिवोस्तक के प्रशांत महासागर के तट पर समाप्त होती है।
गूगल रशिया और रशियन रेलवे के संयुक्त प्रयासों से एक नई वेबसाइट के जरिए ट्रांस साइबेरियन रेलवे की वर्चुअल जर्नी लॉन्‍च की गई है। गूगल पर छह दिन की वीडियो फुटेज लॉन्‍च की गई है, जो मॉस्को से व्लादिवोस्तक की लगभग छह हजार मील की यात्रा कवर करती है। 6590 रूबल यानि 9836 रुपए प्रति व्यक्ति टिकट वाली यह यात्रा इंटरनेट पर मुफ्त में की जा सकती है।
छह दिनों के इस फुटेज को अगस्त 2009 में तैयार किया गया। इस छह दिन की यात्रा को फिल्माने में कुल ३० दिन लगे। चूंकि इसे केवल दिन की रोशनी में ही रेल की खि़ड़की से फिल्माया गया है।
यूरोप-एशिया के खूबसूरत नजारे
इस यात्रा के दौरान ट्रांस साइबेरियन रेलवे से दिखने वाल सारे नजारे गुजरते हैं। शीशे सी चमकती खूबसूरत बैकाल झील, वोल्गा नदी, बरगुजीन के पर्वत, तमाम गाँवों के नजारे, बादलों से ढकी पर्वत श्रृंखलाएँ, धुंध में लिपटी वादियाँ और भी ढेरों खूबसूरत नजारे।
लियो तोलस्तोय, रूसी लोकगीत
यात्रा में रेल की मधुर ध्वनि का साथ भी चुन सकते हैं और रूसी लोकधुनों का भी आनंद ले सकते हैं। इनसे ऊबे तो लियो तोलस्तोय की क्लासिक रचना 1400 पन्नों की 'वार एण्ड पीस' को भी सुन सकते हैं। साथ ही निकोलाय गोगोल की 'डेड सोल' भी उपलब्ध है। रास्तों को समझने में वर्चुअल गाइड डीजे येलेना भी मदद करेगी।

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