शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2010

दिल ही नहीं, काया भी साफ रखें

साफ-सुथरा रहने से जीवन में कामयाबी मिलती है
अरुण बंछोर
हेलो दोस्तो! प्यार के बारे में बहुत सी गहरी और गूढ़ अर्थों वाली बातें तो होती ही रहती हैं। इसकी वजह यह है कि यह रिश्ता बहुत ही जटिल होता है। प्यार से संबंधित भावनाएँ बहुत ही नाजुक होती हैं, उनकी अभिव्यक्ति में भी खूब सावधानी से काम लेना पड़ता है। कई बार नीयत तो साफ होती है पर इजहार के तरीके से पासा उलटा पड़ जाता है।
जिस प्रकार हम अपनी अंदरूनी भावना ठीक से पेश न करें तो सही संवाद नहीं बन पाता है। ठीक उसी तरह अगर प्रेमियों की बाहरी प्रस्तुति सही न हो तो भी साथी को खुशी नहीं मिलती। एक आम धारणा है कि गंदे कपड़े, उलझे बाल, अस्त-व्यस्त दिखना, प्यार में डूबे रहने की निशानी है और साथी को इससे खुशी मिलती है पर यह सच नहीं है। हर साथी, दूसरे साथी को स्वस्थ और साफ-सुथरा देखना चाहता है।
आम तौर पर लड़कों में साफ-सफाई की कमी पाई जाती है और वे अपने कपड़ों, नाखूनों, बालों और इस्तेमाल करने वाले सामानों को लेकर बेहद लापरवाह होते हैं पर यह रवैया कोई बहुत अच्छा प्रभाव नहीं छोड़ता है। अगर आप साफ-सुथरे और व्यवस्थित हैं तो आपकी उपस्थिति बहुत ही स्वीकार्य व प्यारी लगती है। आपका व्यक्तित्व निखर कर आता है। आप शांत एवं विश्वसनीय लगते हैं। आपके साथी को आप पर यकीन होता है और आप भरोसे के लायक लगने लगते हैं। आपके साथी के मन में धारणा यह बनती है कि व्यक्ति यदि सुलझा हुआ है तो मेरी जिंदगी भी सुलझा सकता है।
जब आसपास की निगाहें आप पर हों तो आपके आत्मविश्वास को कौन तोड़ सकता है। आपकी इस लोकप्रियता से सबसे ज्यादा जो खुश होता है वह है आपका साथी। जब दोनों अंदर से खुश व स्वस्थ हों तो जीवन में बस-बसा रहता है प्यार ही प्यार! यही हमारा मानव स्वभाव है कि हमें जो चीज नजर आती है हम उसी के अनुरूप अपना मानस बना लेते हैं। अगर सामने वाला अस्त-व्यस्त दिखता है तो कई बार उसके साथ हमारा व्यवहार उतना संजीदा नहीं होता। उसकी कुछ बातें हम टालू अंदाज में भी ले सकते हैं। कोई वायदा निभाने में चार दिन की देर भी हो गई तो क्या फर्क पड़ेगा। एक गंदे एवं अव्यवस्थित व्यक्ति से आत्मविश्वास की वह खुशबू नहीं आती है जो साफ-सुथरे एवं व्यवस्थित व्यक्ति से आती है। कई प्रेमियों के हाथ-पाँव और जूते, कपड़े आदि इतने गंदे होते हैं कि उनकी गर्लफेंड उनके ज्यादा नजदीक आना पसंद नहीं करती हैं। कई बार उनसे आने वाली बदबू से बेचारी दूर ही भागी रहती है। जिस प्रकार लोग अपना गुस्सा, जरा-जरा सी बात पर चिल्लाना, अपनी अनेक सनकी आदतें छोड़ने या बदलने को तैयार नहीं होते हैं, ठीक उसी तरह अपना शारीरिक गंदापन भी समाप्त नहीं करना चाहते हैं।

दोनों के पीछे एक ही मूल भावना होती है कि यदि सचमुच प्यार है तो हमें झेलो पर ऐसी हठ से वह प्यार नहीं मिल सकता है जो कि बदलाव लाने से मिल सकता है। कोई अपना है तो इनसान उसकी कमियाँ बर्दाश्त कर ही लेता है। उसे निभाने की कोशिश करता है पर कोई यदि खुद अपनी कमियाँ सुधार कर अपने साथी को खुशी देना चाहे तो मिलने वाले प्यार की गुणवत्ता बढ़ जाती है।
बाहरी साफ-सफाई का संबंध सीधा स्वास्थ्य से जुड़ा होता है। प्यार में स्वस्थ रहना आपका फर्ज बनता है क्योंकि आपकी जिम्मेदारी केवल आपके प्रति नहीं है बल्कि आपके साथी के प्रति भी आपका कर्तव्य बनता है । अगर आप सेहतमंद और फिट रहेंगे तभी अपने साथी का भी ख्याल रख पाएँगे।
मेरी माने तो रोज नहाना, धुले हुए कपड़े पहनना, व्यायाम करना और संतुलित भोजन करना आपको बहुत ही आकर्षक बना देगा। दूसरों को प्यार करने के लिए हर व्यक्ति को पहले स्वयं को प्यार करना पड़ता है। आप किसी और की अमानत हैं, इस नजरिए से भी आपको अपना ध्यान रखना चाहिए। साफ-सुथरा एवं स्वस्थ्य व व्यवस्थित रहने से जीवन के हर मोड़ पर कामयाबी मिलती है। आप अपने अंदर ऊर्जा एवं आनंद महसूस करते हैं। एक खुश व्यक्ति अपने आसपास के माहौल को गुलजार बनाए रहता है। एक खुशमिजाज व्यक्ति के पास हर कोई खिंचा चला आता है। उससे सभी को स्फूर्ति मिलती है और वह आकर्षण का केंद्र बना रहता है।जब आसपास की निगाहें आप पर हों तो आपके आत्मविश्वास को कौन तोड़ सकता है। आपकी इस लोकप्रियता से सबसे ज्यादा जो खुश होता है वह है आपका साथी। जब दोनों अंदर से खुश व स्वस्थ हों तो जीवन में बस-बसा रहता है प्यार ही प्यार! ज्यादा और पक्का प्यार पाने का यही लव मंत्र है कि अपने स्वास्थ्य, खान-पान, साफ-सफाई का ध्यान रखें। प्यार की खुशबू से आपका जीवन भर जाएगा।

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