मंगलवार, 23 फ़रवरी 2010

पहाड़ों की गोद में

सपनों की नगरी : चिकलधारा
महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले में एक खूबसूरत पहाड़ी क्षेत्र है चिकलधारा। चिकलधारा जाकर अनेक पर्यटक वहाँ की खूबसूरती को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। हरियाली से ओत-प्रोत इस घाटी में विभिन्न प्रकार के खूबसूरत पेड़-पौधे स्थित हैं। इन पहाड़ों पर विशेषकर काफी के बगीचे बहुतायत में हैं।
यहाँ से उत्पादित काफी का निर्यात विदेशों में किया जाता है। चिकलधारा काफी के बगीचों की वजह से भी बहुत खूबसूरत लगता है। पर्यटकों के रहने के लिए प्रसिद्ध सोल रिसोर्ट स्थित हैं। इस स्थान से चिकलधारा की प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया जा सकता है। कहते हैं कि चित्रकार की चित्रकला अधूरी रह जाती है यदि उसने नदियों का चित्रण नहीं किया तो। उसी प्रकार यदि पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त झीलों और जलाशयों को नहीं देखें तो उनकी यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी।
चिकलधारा में दाहना कोलकाज नेशनल अभयारण्य पर्यटकों के मध्य बहुत ही प्रसिद्ध है। मेलघाट टाइगर परियोजना भी बेहद लोकप्रिय स्थल है। प्राचीनता एवं संस्कृति को दर्शाते हुए गवैलगढ़ का किला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसकी जीवंत कलाकृतियों को देखकर पर्यटक दंग रह जाते हैं। पं. नेहरू बॉटनिकल बगीचा भी बहुत प्रसिद्ध है। यदि आदिवासी संस्कृति एवं परंपरा और उनका इतिहास जानने की इच्छा है तो यहाँ स्थित संग्रहालय में कदम रख सकते हैं।
यहाँ महाराष्ट्र का फॉरेस्ट रेंजर कॉलेज संग्रहालय स्थित है जिसमें जीवों एवं पौधों के प्रतिदर्श प्रदर्शित किए गए हैं। मेलघाट अभयारण्य में विभिन्न प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं। यह स्थल प्राकृतिक सुंदरता से ओत-प्रोत है। यहाँ के प्रसिद्ध महादेव मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने हजारों श्रद्धालु आते हैं।
कैसे पहुँचें
राजमार्ग - अमरावती चिकलधारा जाने के लिए बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
हवाई अड्डा - अकोला हवाई अड्डा सबसे नजदीक है।

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